पूर्व छात्र ने IIT दिल्ली को कंपनी स्टॉक के रूप में एक मिलियन डॉलर का दिया दान, रिसर्च में खर्च होगा पैसा
IIT दिल्ली के पूर्व छात्र मोहित एरोन ने आईआईटी दिल्ली को कंपनी स्टॉक के रूप में एक मिलियन यूएसडी डॉलर दिया है. मोहित कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के 1995 बैच के छात्र हैं.
देश के सर्वोच्च इंजीनियरिंग कॉलेज में अब नया ट्रेंड शुरू हुआ है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली के एक पूर्व छात्र ने IIT दिल्ली को कंपनी स्टॉक के रूप में एक मिलियन डॉलर दान दिया है. IIT बॉम्बे और IIT मद्रास को भी अपने पूर्व छात्रों से दान के रूप में कंपनियों के शेयर मिले हैं. हाल के वर्षों में, आईआईटी ने अपने पूर्व छात्रों के नेटवर्क से रिसर्च के लिए फंड जुटाया है.
आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र मोहित एरोन ने पिछले साल नवंबर में संस्थान को मिलियन डॉलर दिया. मोहित कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के 1995 बैच के छात्र हैं. मोहित एंटरप्रोन्योर और बिजनेसमैन हैं. उन्होंने Cohesity की स्थापना की, जो एक डेटा प्रोटेक्शन फर्म है. साथ ही वो Nutanix के सह-संस्थापक भी हैं. जो कि एक क्लाउड कम्प्यूटिंग फर्म है. मोहित की दोनों कंपनियां यूनिकॉर्न हैं.
मोहित एरोन की कंपनी NASDAQ में है लिस्ट
मोहित एरोन ने Nutanix कंपनी के एक मिलियन डॉलर के शेयर संस्थान को ट्रांसफर किये हैं. Nutanix कंपनी NASDAQ पर लिस्टेड है. आईआईटी, दिल्ली के मुताबिक मोहित के डोनेशन को संस्थान रिसर्च कार्यों के लिए उपयोग करेगा. इस पैसे से ये सुनिश्चित किया जाएगा कि ग्रेजुएशन, मास्टर्स और पीएचडी छात्र देश और विदेश में कॉन्फ्रेंस और वर्कशॉप अटैंड कर पायें.
आईआईटी दिल्ली के एल्युमिनी अफेयर्स के डीन प्रोफेसर नवीन गर्ग के मुताबिक "पैसा मिलने के तुरंत बात कैश कर लिया जाता है" अमेरिका से दान देने वालों के लिए, कंपनी के शेयर देना एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि उन्हें इससे कैपिटल गेन टैक्स में छूट मिल जाती है. IIT दिल्ली एंडोमेंट फाउंडेशन अमेरिका में रजिस्टर्ड चैरिटी संस्थान है. यह IIT दिल्ली की ओर से पूर्व से दान प्राप्त करता है.
साल 2019 में एंडोमेंट फंड को लॉन्च करते हुए आईआईटी दिल्ली ने कहा था कि वो साल 2025 तक एक बिलियन डॉलर का फंड जुटाना चाहती है. मार्च 2020 तक संस्थान ने 186 करोड़ रुपये जुटा लिये थे. आईआईटी मद्रास के एलुमनी एंड कॉर्पोरेट रिलेशन के डीन, प्रोफेसर महेश पंचागनुला के मुताबिक आईआईटी मद्रास को अनुदान के रूप में कंपनियों के शेयर नहीं मिले हैं. जबकि उनके सहयोगी संस्थानों को मिल रहे हैं.
प्रोफेसर महेश के मुताबिक एंडोमेंट प्लस कॉर्प्स की वैल्यू फिलहाल 550 करोड़ रुपये है. केंद्र सरकार ने केंद्रीय तकनीकी शिक्षा संस्थानों को एंडोमेंट फंड बनाने का निर्देश दिया है. आईआईटी मद्रास के मुताबिक उनका एंडोमेंट फंड करीब 5 साल पुराना है.
आईआईटी बॉम्बे के एलुमनि एंड कॉर्पोरेट रिलेशन के डीन प्रोफेसर सुहास जोशी के मुताबिक आईआईटी बॉम्बे ने 2020-21 में 77 करोड़ रुपये का डोनेशन मिला है. उनके मुताबिक संस्थान ने कंपनियों के शेयर को दान के रूप में लेने के लिए एक प्रोसेस बनाया है. संस्थान ने पिछले 9 महीनों में शेयर के रूप में 11 करोड़ रुपये जुटाये हैं. साल 2018 में आईआईटी दिल्ली ने अपने पूर्व छात्रों से अपनी की थी कि वो अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा संस्थान को दान करें. प्रोफेसर गर्ग के मुताबिक संस्थान को इस रूप में भी डोनेशन मिला है.
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