लखनऊः उत्तरप्रदेश में 16 अगस्त को आईपीएस अधिकारियों के तबादले के बाद बिजनौर, गोरखपुर और आजमगढ़ में हुए सिपाही से लेकर दरोगा तक के ट्रांसफर पर सरकार की टेढ़ी नज़र है. बिजनौर में संजीव गुप्ता ने ट्रांसफर होते ही थानेदार से लेकर चौकी इंचार्ज तक बदल डाले. ट्रांसफर के इस खेल में करोड़ों रुपए घूस लेने की चर्चा हो रही है.


वहीं, गोरखपुर के एसएसपी सुनील गुप्ता ने ट्रांसफर होते ही संजीव त्यागी की तरह सिपाही और दरोगा बदले थे. इसके बाद जब संजीव त्यागी का मामला तूल पकड़ा तो सुनील गुप्ता ने डैमेज कंट्रोल के तहत अपने ट्रांसफर के 24 घंटे बाद सिपाही और दरोगा के ट्रांसफर रद्द कर दिए.


संजीव त्यागी, सुनील गुप्ता की तरह ही आजमगढ़ के एसएसपी त्रिवेणी सिंह ने भी ट्रांसफर होते हैं सिपाही और दरोगा बदल दिए. संजीव त्यागी के खेल की पोल खुली तो वे डीजीपी मुख्यालय अटैच हो गए. आईजी मुरादाबाद रमित शर्मा की रिपोर्ट के बाद संजीव त्यागी पर सस्पेंशन की तलवार लटकी हुई है.


संजीव त्यागी के बाद सुनील गुप्ता और त्रिवेणी सिंह भी अब कार्रवाई की जद में आ गए हैं. 16 अगस्त के हुए तबादले में सुनील गुप्ता, ट्रेनिंग मुख्यालय में एसपी बनाए गए थे. वहीं, त्रिवेणी सिंह को एसपी साइबर क्राइम बनाया गया था.  चर्चा है कि देर शाम तक सरकार तीनो आईपीएस अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकती है.


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