Guruprasad Mohapatra: दिल्ली से पद्मश्री सम्मान के लिए गुजरात कैडर के आईएएस ऑफिसर गुरुप्रसाद महापात्रा को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. गुजरात कैडर के आईएएस ऑफिसर को सिविल सेवा क्षेत्र में मरणोपरांत उनके बहुमुल्य योगदान के लिए चुना गया है. इस साल कुल 107 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है.


क्या है योगदान
गुजरात कैडर के आईएएस ऑफिसर गुरुप्रसाद महापात्रा की पिछले साल जून महीने में मृत्यु हो गई थी. उनकी मृत्यु दिल्ली में कोरोना के चलते हुई थी. गुरुप्रसाद महापात्रा जो डीपीआईआईटी के सचिव थे और साबरमती रिवरफ्रंट सहित कई परियोजनाओं में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके साथ ही उन्होंने अहमदाबाद में मॉडल सड़कों की भी शुरुआत की थी. महापात्रा के निधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट करके अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थी.


कब हुई मौत
गुरुप्रसाद महापात्रा जिन्हें कोविड संक्रमित होने के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में 18 अप्रैल 2021 को भर्ती कराया गया था. वह डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक अस्पताल में रहे थे. लेकिन कोविड की जटिलताओं के कारण उनका 59 वर्ष की आयु में दिल्ली में निधन हो गया था. महापात्रा जो कि डीपीआईआईटी के सचिव रहे, उससे पहले उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में भी कार्यभार संभाला था. वो गुजरात के 1986 बैच के आईएएस अधिकारी थे. बता दें कि इन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषण इस बार सरकार द्वारा की गई है. उन्हें पीएम मोदी के बेहद करीबी लोगों में जाना जाता था.


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