प्रयागराज, एबीपी गंगा। दुर्गापूजा शुरू होने में अब एक महीने से भी कम का वक़्त बचा है, लेकिन कोरोना काल में इस बार मां दुर्गा के भव्य पंडाल सज पाएंगे या नहीं, इस पर अभी उहापोह की स्थिति है. केंद्र और यूपी सरकार ने भी अभी इस बारे में कोई फैसला भी नहीं लिया है. लिहाजा आयोजक और दूसरे लोग तस्वीर साफ़ होने का इंतजार कर रहे हैं. बंगाली समाज के लोग और दूसरे श्रद्धालु चाहते हैं कि दुर्गापूजा का त्यौहार इस बार भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत परम्परागत तौर पर पंडालों में ही मनाने दिया जाएगा. कोई भी गाइड लाइनतय कर दी जाए, लेकिन परम्परा को कतई खंडित न होने दिया जाए.


प्रयागराज के बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन ने दुर्गापूजा को हमेशा की तरह भव्य तरीके से मनाने की अनुमति दिए जाने की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका भी दाखिल की हुई है. इस जनहित याचिका यानि पीआईएल पर जल्द सुनवाई की मांग को लेकर याचिकाकर्ताओं के वकील ने चीफ जस्टिस को लेटर देकर इसे स्पेशल केस के तौर पर जल्द सुने जाने की गुहार लगाई है.


सरकार की चुप्पी का जिक्र
बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव पीके राय की तरफ से दाखिल की गई अर्जी में कहा गया है कि दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर सरकार फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं. दुर्गापूजा की तैयारियों में दो से तीन महीने का वक्त लगता है. तस्वीर साफ़ न होने से भ्रम की स्थिति है और कोई तैयारी शुरू नहीं हो पा रही है.


कोर्ट से मांगी अनुमति
पीआईएल में हाईकोर्ट से इस मामले में दखल देते हुए उससे अनुमति दिए जाने का आदेश जारी किये जाने की अपील की गई है. याचिकाकर्ता के वकील वीसी श्रीवास्तव, सुनीता शर्मा और कोमल पाठक के मुताबिक़ इस पीआईएल पर अब अगले हफ्ते सुनवाई होने की उम्मीद है.


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