पीलीभीत, एबीपी गंगा। कोरोना काल के चलते सरकार बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर भले ही बड़े बड़े दावे पेश कर रही हो लेकिन यूपी के पीलीभीत में स्वास्थ्य विभाग की खस्ता हाल एम्बुलेंस आज भी कोरोना संक्रमण जैसी महामारी को बढ़ावा देने में लगी है. बता दें कि एम्बुलेंस में लगे आक्सीजन सिलेंडर में लगे एक ही मास्क का उपयोग कोरोना संक्रमित मरीजों से लेकर एक प्रसूता के लिए उपयोग करने का आरोप लगा है. वहीं मामला संज्ञान में आते ही डीएम ने एम्बुलेंस की व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के निर्देष जारी कर दिए हैं.


दरअसल, यहां का स्वास्थ्य विभाग इस महामारी काल में मरीजों के प्रति बिल्कुल सजग नहीं दिख रहा. एम्बुलेंस संचालको से लेकर डॉक्टर्स की टीम आपको जरूर पी. पी.ई. किट पहने दिखेगी. लेकिन मरीजों को लाने वाली एम्बुलेंस में लगे आक्सीजन सिलेंडर का मास्क नहीं बदला जाता. यह मास्क लगभग 50 से 60 रुपये का आता है.


पीलीभीत के डीएम पुलकित खरे ने बताया कि कोविड को लेकर कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया गया. साथ ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लाने वाली टीम को लेकर सजगता बढ़ाई गई है. खासतौर पर मरीजों को लाने वाली एम्बुलेंस के सुधार के निर्देश जारी किए हैं. साथ ही संक्रमित मरीजों के सम्पर्क में आए लोगों को जल्द ही चिन्हित कर उनकी टेस्टिंग में तेजी लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.


स्थानीय निवासी बताते हैं कि पिछली सरकार ने करोड़ों रूपये खर्च कर मरीजों को 108 एम्बुलेंस सेवा दी थी. लेकिन इसमहा मारी काल मे एम्बुलेंस सुविधा ठीक नहीं है. इसके चलते पीलीभीत के नवागत जिलाधिकारी ने अस्पताल का निरीक्षण कर एंबुलेंस की खस्ताहाल को लेकर नाराजगी जताई है. जल्दी सुधार के निर्देश दिए हैं.


ये भी पढ़ेंः


बलिया में जनता पर लाठियां बरसाने वाले एसडीएम साहब नपे, सीएम ने तत्काल प्रभाव से किया सस्पेंड


आगरा बस अपहरण मामले का सरगना गिरफ्तार, रासुका लगाया जाएगा