PM Modi in Bhopal: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज भोपाल में जनजातीय वर्ग के भगवान बिरसा मुंडा की जंयती पर आयोजित होने वाले जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने यहां पहुंचे हैं. कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने जनजातीय समुदाय को लेकर पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा है. उन्होंने पूर्व की सरकारों की इच्छाशक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले की सरकारों में आदिवासी समाज को अवसर देने की इच्छाशक्ति बहुत कम थी, साथ ही इस समुदाय को उचित महत्व नहीं देकर पहले की सरकारों ने जो अपराध किया है उस पर लगातार बोला जाना जरूरी है.



  • पीएम ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में जनजातीय नायक-नायिकाओं की वीर गाथाओं को देश के सामने लाना, उसे नई पीढ़ी से परिचित कराना, हमारा कर्तव्य है. गोंड महारानी वीर दुर्गावती का शौर्य हो या फिर रानी कमलापति का बलिदान, देश इन्हें भूल नहीं सकता.


 



  • प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत अपना पहला जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है. आज़ादी के बाद देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर, पूरे देश के जनजातीय समाज की कला-संस्कृति, स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान को गौरव के साथ याद किया जा रहा है, उन्हें सम्मान दिया जा रहा है.


 



  • पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आज जब हम राष्ट्रीय मंचों से, राष्ट्र निर्माण में जनजातीय समाज के योगदान की चर्चा करते हैं तो कुछ लोगों को हैरानी होती है. ऐसे लोगों को विश्वास ही नहीं होता कि जनजातीय समाज का भारत की संस्कृति को मजबूत करने में कितना बड़ा योगदान रहा है. इसकी वजह ये है कि जनजातीय समाज के योगदान के बारे में या तो देश को बताया ही नहीं गया और अगर बताया भी गया तो बहुत ही सीमित दायरे में जानकारी दी गई. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि आज़ादी के बाद दशकों तक जिन्होंने देश में सरकार चलाई, उन्होंने अपनी स्वार्थ भरी राजनीति को ही प्राथमिकता दी.


 



  • कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने पूर्व की सरकारों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को उचित महत्व नहीं देकर पहले की सरकारों ने जो अपराध किया है, उस पर लगातार बोला जाना जरूरी है.


 



  • कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि देश का जनजातीय क्षेत्र संसाधनों के रूप में संपदा के मामले में हमेशा समृद्ध रहा है. लेकिन जो पहले सरकार में रहे वो इन क्षेत्रों के दोहन की नीति पर चले. हम इन क्षेत्रों के सामर्थ्य के सही इस्तेमाल की नीति पर चल रहे हैं.