एक्सप्लोरर
Advertisement
नोएडाः बढ़ते प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल, शहर छोड़कर गांव में आने को हो रहे मजबूर
नोएडा में बढ़ते प्रदूषण ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. अब लोग शहर छोड़कर गांव में आने को मजबूर हैं.
नोएडा। नोएडा -दिल्ली एनसीआर में लगातार बढ़ते प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. जिसकी वजह से लोगों को सास लेने में भी परेशानी हो रही है. वहीं पराली जलाने से दिल्ली एनसीआर में छाये धुंध से भी काफी परेशानी हो रही है. जिसको लेकर एनजीटी और प्रदूषण विभाग काफी गंभीर है. जिसके चलते प्रदूषण करने वाली इकाइयों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है. वहीं कुछ लोगों ने इस प्रदूषण से बचने के लिए नया तरीका अपना रहे हैं. कुछ लोग दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से बचने के लिए गांवी की तरफ आ रहे हैं.
नोएडा के सेक्टर-135 में कई लोग अपने कृषि फार्म हाउसों पर रह रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि वो काफी समय से दिल्ली में रहते थे लेकिन वहां का प्रदूषण स्तर बढ़ने से रहना मुश्किल हो गया. प्रदूषण और मिलावट की चीजों से बचने के लिए वो अपने खेतों या फार्मों का सहारा ले रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि वह यहां जैविक खेती करते हैं और इस हरे भरे वातावरण में रहने अपने स्वास्थ्य को बचा रहे हैं.
सांस लेने में समस्या का सामना
लोगों को भी प्रदूषण की मार और मिलावट के डर से शहर छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में आने को मजबूर कर दिया है. यह सभी लोग शहर में बढ़ते प्रदूषण के चलते ग्रामीण क्षेत्र में आकर ही बस चुके हैं और वहीं पर फार्मिंग करके अपने जीवन को ज्ञापन कर रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि जहां सांस लेने में प्रॉब्लम होती है तो वहीं नई-नई बीमारियां जन्म ले रही हैं. उन सभी से बचने के लिए जब से फार्मिंग क्षेत्र में आए हैं तब से दमा की बीमारी भी ठीक हो गई है.
ये भी पढ़ेंः
पीलीभीतः मृतक किसानों के नाम पर हो रही गन्ने की तोल, अधिकारियों और गन्ना माफियाओं की मिलीभगत
फिरोजाबादः डिवाइडर से टकराई कलकत्ता से गुड़गांव आ रही बस, कई सवारी हुईं घायल
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
झारखंड
बॉलीवुड
यूटिलिटी
Advertisement
कमर आगाअंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार
Opinion