मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में संदिग्ध परिस्थितियों में साधू की मौत हो गई. साधू का शव मंदिर में पड़ा हुआ था. जब सुबह श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तो साधू का शव देख पुलिस को सूचना दी. शव पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले हैं. उधर, सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है.


जानकारी के मुताबिक मुरादाबाद के गलशहीद थाना इलाके में उस समय हड़कंप मच गया जब मंदिर में एक साधू का संदिग्ध हालत में शव पड़ा मिला. साधू नवरात्रों के मौके पर मंदिर में ही सोये थे. जब सुबह होने पर मंदिर में श्रद्धालु पहुंचे तो मंदिर के अंदर साधू का शव पड़ा हुआ था.


काफी सक्रिय थे साधू रामदास
लोगों ने बताया कि साधू रामदास मुरादाबाद में काफी सक्रिय रहते थे. वह रामगंगा नदी के सफाई अभियान से भी जुड़े हुए थे. साथ ही वह अवैध खनन वालों के खिलाफ भी आवाज़ उठाते रहते थे. संत रामदास के संदिग्ध परिस्थितियों में मंदिर में शव मिलने के बाद उनके परिजनों का कहना है कि उनकी मौत संदिग्ध लग रही है. वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह का पता चल पाएगा. मामले की जांच की जा रही है.


इस बार मंदिर में रुके थे साधू
एसएसपी मुरादाबाद प्रभाकर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि संत रामदास नवरात्रों के मौके पर मंदिर पहुंचे थे. उन्होंने नवरात्रों में गलशीद क्षेत्र के एक मंदिर में 9 दिन तक रुकने की बात लोगों को बताई थी. जिसके बाद उनका शव सुबह मंदिर में लोगों ने देखा.


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