Haryana News: हरियाणा और पंजाब के 12 युवक लीबीया में फंसे हुए थे. जिसको लेकर उनके परिजनों के लिए अच्छी खबर आई. लीबिया की सरकार ने भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद ट्राइपोलि की जेल में बंद भारत के 16 युवकों को रिहा कर दिया है. इसमें से 12 हरियाणा-पंजाब के और अन्य 4 युवक भारत के अन्य राज्यों से है. लंबे समय से इन युवकों के परिजनों को इनके बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही थी. लेकिन अब इन युवकों के वतन वापसी की उम्मीद जगी है.
जेल से बाहर आने के बाद शुरू हुई रिहाई की प्रक्रिया
ट्राइपोलि की जेल से बाहर आने के बाद अब इन भारतीय युवाकों को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पिहोवा के रहने वाले एजेंट मदन लाल ने हरियाणा-पंजाब के 12 युवकों को इटली भेजने के लिए 6 फरवरी को पहले अमृतसर से दुबई भेजा था. आरोपी ने इन युवकों को डॉन्करों के माध्यम से सर्बिया भेजना चाहता था. लेकिन लीबीया में कई दिन तक फंसे रहने की वजह से इन युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जिससे इन युवकों को अपने परिजनों से संपर्क भी खत्म हो गया.
एजेंट मदन लाल परिजनों से हड़पे डेढ़ करोड़
युवकों से संपर्क खत्म हुआ तो उनके परिजन घबरा गए और कुछ आरोपी एजेंट मदन लाल ने युवकों के परिजनों को उनके साथ मारपीट के वीडियो दिखाए तो परिजन डर गए. जिसके बाद आरोपी मदन लाल ने इन युवकों को आगे भेजने के एवज में डेढ़ करोड़ रुपए और हड़प लिए. ऐसे में परेशान परिजन उपायुक्त शांतनु शर्मा के पास पहुंचे और युवकों को वापस लाने की गुहार लगाई. इसके बाद युवकों के परिजनों ने गृह मंत्री अनिल विज से भी मुलाकात की. जिसके बाद मामला विदेश मंत्रालय तक पहुंचा और इन युवकों की रिहाई संभव हो पाई. ट्राइपोलि की जेल से बाहर आने के बाद युवकों ने अपने परिजनों से बातचीत भी की. जिसके बाद युवकों के परिजनों ने प्रदेश सरकार औऱ केंद्र सरकार का आभार जताया है. फिलहाल इन युवाओं को भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जल्द ही इन्हें भारत वापस लाया जाएगा.