Punjab: पंजाब में 10 IPS सहित 13 पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर, जानें- किसे कहां भेजा गया?
Punjab Police Officers Transfer: आईपीएस अधिकारी राजपाल सिंह को नवनीत सिंह बैंस की जगह कपूरथला का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. वहां नवनीत बैंस को लुधियाना ग्रामीण का एसएसपी बनाकर भेजा गया है.
13 Police Officers Transfer In Punjab: पंजाब सरकार (Punjab Government) ने बुधवार को पुलिस विभाग में बड़ी फेरबदल करते हुए 13 अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया, जिनमें 10 जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शामिल हैं. इन 13 अधिकारियों में 10 भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) और दो पंजाब पुलिस (Punjab Police) सेवा के हैं. पंजाब सरकार के एक आदेश के अनुसार आईपीएस अधिकारी राजपाल सिंह को नवनीत सिंह बैंस की जगह कपूरथला का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है. नवनीत सिंह बैंस को लुधियाना ग्रामीण का एसएसपी बनाकर भेजा गया है.
सरकार के आदेश के अनुसार जे इलनचेजियन को मोगा एसएसपी के रूप में और गुलनीत सिंह खुराना को बठिंडा के एसएसपी के रूप में स्थानांतरित किया गया है. इसके अलावा सातवीं बटालियन पीएपी जालंधर के कमांडेंट हरमंदिर सिंह गिल को एसएसपी मुक्तसर साहिब लगाया गया है, जबकि डीजीपी के एसओ अश्विनी गोटयाल जो एआईजी एचआरडी पंजाब का अतिरिक्त चार्ज संभाल रहे थे, को अब एआईजी एचआरडी पंजाब लगाते हुए एसएसपी बटाला का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है.
सतिंदर सिंह बने अमृतसर रूरल के एसएसपी
वहीं खन्ना के एसएसपी दायमा हरीश कुमार ओमप्रकाश को बदलकर एसएसपी गुरदासपुर लगाते हुए गुरदासपुर के मौजूदा एसएसपी दीपक हिलोरी को डीजीपी पंजाब का स्टाफ अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि बटाला के मौजूदा एसएसपी सतिंदर सिंह को बदलकर एसएसपी अमृतसर रूरल, फाजिल्का के मौजूदा एसएसपी भूपिंदर सिंह को बदलकर एसएसपी मालेरकोटला भेजा गया है. मालेरकोटला की मौजूदा एसएसपी अवनीत कौर सिद्धू को बदलकर एसएसपी फाजिल्का नियुक्त किया गया है.
सिबिन सी. ने पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी का प्रभार संभाला
यहां आपको यह भी बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2005 बैच के अधिकारी सिबिन सी. ने बुधवार को पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) का प्रभार संभाल लिया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक वह 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब के अतिरिक्त सीईओ रहे थे. प्रभार संभालने के बाद अधिकारी ने कहा कि राज्य की लोकतांत्रिक संस्था को नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलना सम्मान की बात है.
ये भी पढ़ें- Punjab: कर्नाटक के बाद पंजाब में सबसे ज्यादा विदेशी करते हैं पढ़ाई, स्टडी डेस्टिनेशन के तौर पर उभरा