Haryana: HCS परीक्षा में दोबारा पूछे गए पिछले साल वाले 32 सवाल, परीक्षा रद्द करने की मांग, सुरजेवाला ने खट्टर सरकार पर साधा निशाना
Chandigarh: सुरजेवाला ने कहा कि अगर खट्टर सरकार में कुछ भी शर्म बाकी है तो 93 हजार युवाओं से तुरंत माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने पारदर्शिता के उनके झूठे नारों पर विश्वास करते हुए परीक्षा फॉर्म भरा था.
Haryana News: हरियाणा के कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा सिविल सेवा (HCS) प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे प्रश्नपत्र में पिछले वर्ष आए 32 सवाल दोबारा पूछे जाने पर हरियाणा लोक सेवा आयोग पर बुधवार को निशाना साधा. राज्यसभा सदस्य सुरजेवाला ने आरोप लगाया है कि आयोग ने 'पिछले साल के सवालों को दोहरा कर न सिर्फ अपनी अयोग्यता साबित की है, बल्कि खुद अपना ही पेपर लीक करने का घृणित कार्य किया है. सुरजेवाला ने राज्य में मनोहर लाल खट्टर नीत सरकार पर निशाना साधते हुए एचसीएस के पेपर को तुरंत रद्द करने की मांग की है.
‘सरकार युवाओं से मांगे माफी’
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सीएम मनोहर लाल खट्टर ने निशाना साधते हुए कहा कि अगर खट्टर सरकार में कुछ भी शर्म बाकी है तो खट्टर साहब को उन 93 हजार युवाओं से तुरंत माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने पारदर्शिता के उनके झूठे नारों पर विश्वास करते हुए परीक्षा फॉर्म भरा था. उन्होंने कहा, 'इस परीक्षा को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए और दोबारा परीक्षा ली जानी चाहिए. उन्होंने आयोग को भी भंग किए जाने की मांग की. आपको बता दें कि हरियाणा सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 21 मई को आयोजित की गई थी जिसमें 93,000 से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे.
" खट्टर साहब कैसे करेंगे न्याय"
सुरजेवाला ने सीएम खट्टर पर निशाना साधते हुए कहा कि खट्टर साहब जवाब दें कि जिस पेपर को क्वालीफाई करने के लिए 33 प्रतिशत अंक चाहिए और उसके 32 प्रश्न पहले ही आंसर की के साथ पब्लिक डोमेन में है तो उस परीक्षा की क्या शुचिता बच जाती है. ऐसे में खट्टर साहब कैसे न्याय करने वाले है. सुरजेवाला ने कहा कि बहुत से अभ्यर्थियों को तो अभी तक नहीं पता की उनके साथ कितना बड़ा धोखा हुआ है. उन्होंने कहा कि खट्टर साहब धृतराष्ट्र की भूमिका से बाहर आकर राजधर्म का पालन करें. नहीं तो हरियाणा की जनता भी कर्नाटक की तरफ ही बीजेपी का सफाया करने वाली है.