Punjab Election: आम आदमी पार्टी का आरोप, दलित वोटर्स के लिए चरणजीत चन्नी का इस्तेमाल कर रही है कांग्रेस
Punjab News: आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर सीएम चरणजीत सिंह को इग्नोर करने का आरोप लगाया है. चरणजीत चन्नी के भाई को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया.
Punjab News: आम आदमी पार्टी ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मनोहर को टिकट नहीं देने की वजह से कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि कांग्रेस चरणजीत सिंह चन्नी को सिर्फ दलित वोट हासिल करने के लिए इस्तेमाल कर रही है. आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) की अनदेखी की जाती है.
कांग्रेस की 86 उम्मीदवारों की पहली सूची में बस्सी पठाना सीट से वर्तमान विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को ही टिकट दिया है. इस सीट पर चन्नी के भाई मनोहर सिंह की नजरें थीं. मनोहर सिंह ने इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की.
चड्ढा ने कहा कि चन्नी के भाई बस्सी पठाना सीट से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे, लेकिन उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया. आप नेता ने कहा कि इसी तरह जालंघर में आदमपुर सीट से टिकट पाने के इच्छुक चन्नी के रिश्तेदार मोहिंदर सिंह केपी को भी वंचित कर दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि केपी को इसलिए टिकट नहीं दिया गया, क्योंकि वह चन्नी के रिश्तेदार हैं.
पंजाब के पहले दलित सीएम हैं चरणजीत चन्नी
चड्ढा ने हालांकि यह भी कहा कि सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने फतेहगढ़ साहिब के सांसद अमर सिंह और मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा के बेटों को टिकट दिया. उन्होंने कहा, ''मनोहर सिंह को इसलिए टिकट नहीं दिया गया, क्योंकि वह चन्नी के भाई थे. कांग्रेस पार्टी ने साबित कर दिया है कि पार्टी ने चन्नी साहब इस्तेमाल किया. हम कह सकते हैं कि चन्नी साहब को बस दलित समुदाय के वोटों को हासिल करने के लिए इस्तेमाल करने के वास्ते मुख्यमंत्री बनाया गया.''
उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा, ''चन्नी साहब की पार्टी में इतनी भी नहीं चलती कि वह अपने परिवार के लिए दो टिकट ले पायें. ऐसा लगता है कि चन्नी का कांग्रेस ने बस एक खास समुदाय के लोगों को खुश करने के लिए औजार की तरह इस्तेमाल किया.''
कांग्रेस ने पिछले साल चन्नी को मुख्यमंत्री नियुक्त किया था. वह पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं. उससे पहले अमरिंदर सिंह को इस पद से इस्तीफा देना पड़ा था.