Punjab: AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की पूर्व सरकारों को किया चैलेंज, कांग्रेस ने कुछ इस तरह किया पलटवार
Punjab News: AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल की तरफ से पंजाब की पूर्व सरकारों पर सवाल खड़े किए गए. जिसको लेकर पंजाब कांग्रेस के एक्स अकाउंट से पलटवार कर आम आदमी पार्टी को घेरा गया है.
Punjab News: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब की पूर्व की सरकारों पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें चैलेंज किया कि कोई एक काम बता दें जो 75 सालों में अकाली दल, बीजेपी या कांग्रेस की सरकार की तरफ से किया गया हो. वहीं उन्होंने भगवंत मान सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि आज आप सड़क पर निकल जाओ और पूछो कि भगवंत मान सरकार ने क्या काम किया तो लोग आपको ढेर सार काम गिनवा देंगे. जिसको लेकर अब पंजाब कांग्रेस ने पलटवार किया है.
‘बयानबाज़ी को प्राथमिकता ना देकर शिक्षा का विकास किया’
पंजाब कांग्रेस के एक्स अकाउंट से पोस्ट कर लिखा गया है कि कांग्रेस के राज में 12,880 प्राथमिक, 2,670 मध्य, 1,740 उच्च और 1,972 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों की नींव रखी गई. साल 2011 में 75.84% की साक्षरता दर शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. हमने बयानबाज़ी को प्राथमिकता न देकर शिक्षा का वास्तविक विकास किया. आम आदमी पार्टी के पंजाब में शासन से पहले, पंजाब स्कूली शिक्षा के प्रदर्शन ग्रेडिंग सूचकांक में शिखर पर था. हमने शिक्षा पर काम किया और उसके परिणाम स्पष्ट थे.
‘पंजाब कांग्रेस ने AAP पर खड़े किए सवाल’
पोस्ट में आगे लिखा कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में, पंजाब में जनवरी 2022 तक 684 शहरी और ग्रामीण अस्पताल थे, जिसके हिसाब से पिछले 75 वर्षों में सालाना औसतन 8-9 अस्पताल खुल रहे हैं. जब महामारी आई, तो हमारे कांग्रेस के नेतृत्व वाले पंजाब ने कुशलतापूर्वक इसका सामना कर इसको पूरी तरह प्रबंधित किया, जबकि हमें याद है कि दिल्ली ने वायरस की दूसरी लहर के आगे कैसे घुटने टेक दिए थे. दिल्लीवासियों ने अपने इलाज के लिए पंजाब के अस्पतालों को चुना. स्वास्थ्य देखभाल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट है क्योंकि हम खोखले दावों की बजाए ठोस प्रगति में विश्वास करते हैं.
‘लोगों की सेवा करने पर ध्यान केंद्रित किया’
पंजाब कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के विपरीत हमने लोगों की सेवा करने पर ध्यान केंद्रित किया, न कि केवल विज्ञापन देने पर. हमारे कार्यकाल में कथनी से ज्यादा काम का बोलबाला रहा. इस आम आदमी पार्टी शासन के विपरीत, हमने काम पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया, न कि पिछली सरकारों द्वारा किए गए काम का श्रेय लेने और घमंड करने पर.