Punjab News: पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने सतलुज यमुना संपर्क नहर मुद्दे पर लोगों को कथित तौर पर गुमराह करने के लिए शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) की आलोचना की और कहा कि पानी की एक बूंद भी किसी अन्य राज्य के साथ साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. AAP की पंजाब इकाई के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि सतलुज यमुना संपर्क (SYL) नहर का मुद्दा पंजाब के लोगों की भावनाओं से जुड़ा है.


‘कंग बोले- किसी राज्य को एक बूंद भी अतिरिक्त पानीं नहीं देंगे’ 
AAP प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि इस मामले पर आम आदमी पार्टी और भगवंत मान सरकार का रुख स्पष्ट है कि पंजाब सरकार एसवाईएल नहर का निर्माण नहीं होने देगी और न ही पंजाब के पानी की एक भी अतिरिक्त बूंद किसी अन्य राज्य को देगी. इस मुद्दे पर कंग ने बीजेपी की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ पर भी निशाना साधा. कंग ने कहा कि जाखड़ जब 2016 में कांग्रेस में थे, तो उन्होंने कहा था कि यह प्रधानमंत्री ही हैं जो एसवाईएल मुद्दे को सुलझा सकते हैं. AAP नेता ने सवाल किया कि जाखड़ ने अब तक प्रधानमंत्री से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए क्यों नहीं कहा. कंग ने कहा, ‘‘अगर जाखड़ वास्तव में पंजाब के बारे में चिंतित हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री के नहीं बल्कि प्रधानमंत्री के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करना चाहिए.


‘कंग ने बादल पर बोला हमला’
कंग ने कहा कि बीजेपी ने शनिवार को इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया और AAP सरकार पर राज्य के हितों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया. जाखड़ के नेतृत्व में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने मान के आधिकारिक आवास के पास विरोध प्रदर्शन किया. AAP नेता ने शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर भी हमला किया और कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर चुप रहना चाहिए. कंग ने दावा किया कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और बादल के पिता प्रकाश सिंह बादल 1978 में एसवाईएल नहर के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी करने वाले पहले व्यक्ति थे. कंग ने कहा, मान के खिलाफ कोई भी आरोप लगाने से पहले बादल को इतिहास देखना चाहिए. 


पंजाब के लोगों को भड़का रही BJP-SAD
AAP प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि बीजेपी और अकाली दल अब निरस्त हो चुके कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान पंजाब और हरियाणा के किसानों के बीच बने रिश्ते को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी इस मुद्दे पर हरियाणा में और शिअद पंजाब में लोगों को भड़का रही है. कंग ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 1980 में तत्कालीन मुख्यमंत्री दरबारा सिंह ने उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दिया था कि पंजाब सरकार को हरियाणा और राजस्थान के साथ पानी साझा करने पर कोई आपत्ति नहीं है. AAP प्रवक्ता ने कहा कि 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पटियाला के कपूरी गांव में निर्माण कार्य का उद्घाटन किया था. 


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