Punjab News: लोकसभा चुनाव 2024 होने में अब केवल 10 माह शेष रह गया है. देश के अन्य राज्यों की तरह पंजाब में भी चुनावी जीत हासिल करने के लिए बीजेपी और अकाली दल के नेता एक मंच पर आने की रणनीति बनाने में जुटे हैं. इसकी चर्चा पंजाब के सियासी गलियारों में चरम पर है. इस बीच एबीपी न्यूज सी वोटर के सर्वे में चौंकाने वाले संकेत मिले हैं. सर्वे में लोगों से यह सवाल किया गया था कि अकाली दल अगर NDA में आता है तो क्या पंजाब में आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती मिलेगी? 


इसके जवाब में जो रुझान सामने आये हैं, वो पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की चिंताओं को बढ़ाने वाली है. एबीपी के सवाल के जवाब में 46 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. यानी लोकसभा चुनाव के दौरान अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन होने पर चुनाव परिणाम आप के लिए सियासी नुकसान देने वाला साबित हो सकता है. हालांकि, 35 प्रतिशत लोगों का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 19 प्रतिशत लोगों ने कहा कि मुझे पता नहीं कि दोनों का साथ आने पर क्या होगा? 


BJP ने दिए थे इस बात के संकेत


दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने हाल ही में संकेत दिए थे कि उनके दरवाजे खुले हैं. सूत्रों की मानें तो पर्दे के पीछे अकाली दल और बीजेपी की लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने को लेकर चर्चा हुई है. हालांकि, पंजाब में बीजेपी का संगठन इस बार अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ना चाहता. इसके पीछे स्टेट बीजेपी लीडर्स का तर्क है कि यदि अकाली दल चुनाव में साथ आती है तो उनकी एंटी इनकंबेंसी से बीजेपी का नुकसान हो सकता है. 


2019 में BJP-SAD को मिले थे 37.08%  


बता दें कि पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं. 2014 के लोकसभा चुनावों में पंजाब में बीजेपी-शिरोमणि अकाली दल राज्य में 6 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी और अकाली गठबंधन को 4, कांग्रेस को 8 और एक सीट आप के खाते में गई. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को 40.12 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन मिला था. शिरोमणि अकाली दल गठबंधन को 37.08 फीसदी और आप के खाते में 7.38 प्रतिशत सीटें गई थी. 


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