ABP News Cvoter Survey: पंजाब में सियासी सुगबुहागट चल रही है. शिरोमणी अकाली दल और बीजेपी के गठबंधन की अटकले और चर्चाएं हैं. अभी तक तो कुछ फाइनल नहीं हुआ है लेकिन बीजेपी ने कहा है कि उनके दरवाजे खुले हैं. सूत्रों की मानें तो पर्दे के पीछे अकाली दल और बीजेपी की चर्चा हुई है. हालांकि, पंजाब में बीजेपी का जो संगठन है वो नहीं चाहता है कि अकाली दल के साथ गठबंधन हो. सूत्रों के मुताबिक, पंजाब बीजेपी यूनिट की दलील है कि अगर अकाली दल साथ आती है तो उनकी एंटी इनकंबेंसी बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकती है.
हालांकि इस बीच एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के साथ मिलकर लोगों का मूड जानने की कोशिश की है. एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने सवाल किया कि अकाली दल अगर NDA में आता है तो क्या पंजाब में आम आदमी पार्टी को कड़ी चुनौती मिलेगी? इस सवाल के जवाब में 46 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. यानी अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन आप के लिए नुकसान साबित करने वाला हो सकता है.
अकाली दल अगर NDA में आता है तो क्या पंजाब में AAP को कड़ी चुनौती मिलेगी?
- हां-46 फीसदी
- नहीं-35 फीसदी
- पता नहीं-19 फीसदी
गौरलतब है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आप के लिए लोकसभा चुनाव में भी जबरदस्त प्रदर्शन करना चुनौती होगी. वहीं बीजेपी ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. लोकसभा चुनाव से पहले सुनील जाखड़ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. दिलचस्प है कि प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद सुनील जाखड़ ने पार्टी को नसीहत देते हुए कहा था कि उसे 'जूनियर पार्टनर' के माइंटसेट से बाहर निकलना होगा.
सुनील जाखड़ ने कहा था, ‘‘हमें पंजाब के लोगों के हितों की रक्षा करनी है...आइए हम इस मानसिकता को छोड़ें कि हम एक ‘जूनियर पार्टनर’ हैं.’’ उन्होंने कहा, 'मेरा एक अनुरोध है. हमें इस 'छोटा भाई वाली सोच' को छोड़ना होगा. हमें इस 'छोटा भाई वाली मानसिकता' को खत्म करना होगा.'
(सी वोटर ने त्वरित सर्वे किया है. सर्वे में 4 हजार 29 लोगों से बात की गई है. सर्वे पिछले हफ्ते किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.)