Punjab News: कहते हैं राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. इस लाइन को पंजाब की सियासत से जोड़कर देखें तो सही मायने समझ आएंगे. पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने सार्वजनिक बयान साझा करते हुए ये साफ कर दिया है कि दोनों पार्टियों में अब दोबारा गठबंधन नहीं होगा. हालांकि इस ऐलान के बावजूद पंजाब की हवा में गठबंधन होने की चर्चा घुम रही है. ऐसे में लोग ये पूछ रहे हैं कि अगर SAD-BJP का दोबारा गठबंधन होता है तो पंजाब में किस पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान होगा?


किस पार्टी को होगा नुकसान?


इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए सी वोटर ने एक त्वरित सर्वे किया है. इस सर्वे में 4 हजार 29 लोगों से बातचीत की गई है और उनसे इस सवाल का जवाब पूछा गया है. पिछले हफ्ते हुए इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी रहा है. सर्वे के अनुसार, 46 प्रतिशत लोगों का कहना है कि अकाली दल के एनडीए में आने से आम आदमी पार्टी (AAP) को कड़ी चुनौती मिलेगी. जबकि 35 प्रतिशत लोग ऐसे रहे जिन्होंने कहा कि बीजेपी-अकाली गठबंधन से AAP को कुछ फर्क नहीं पड़ेगा. वहीं 19 प्रतिशत लोगों ने इस सवाल का कोई भी साफ जवाब नहीं दिया.


गठबंधन न करने की क्या वजह?


कुछ समय पहले ही भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने संकेत दिए थे कि उनके दरवाजे खुले हैं. सूत्रों की मानें तो पर्दे के पीछे भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल के बीच एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा तो हुई है. हालांकि, पंजाब में बीजेपी का संगठन इस बार अकाली दल के साथ गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ना चाहता. इसकी सबसे बड़ी वजह है एंटी एनकंबेंसी. बीजेपी नेताओं ने तर्क दिया है कि यदि अकाली दल चुनाव में साथ आती है तो उनकी एंटी इनकंबेंसी से बीजेपी का नुकसान हो सकता है. इसीलिए दोनों की पार्टियां फिलहाल अकेले चुनावी मैदान में उतरने की तैयारियां कर रही हैं.


2019 में मिले थे 37 प्रतिशत वोट


पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटे हैं. सबसे पहले 2014 के लोकसभा चुनावों में पंजाब में बीजेपी और अकाली दल राज्य में 6 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. लेकिन 2019 में हुए चुनाव में बीजेपी और अकाली गठबंधन को 4, कांग्रेस को 8 और एक सीट AAP को मिली. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को 40.12 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन मिला. अकाली दल गठबंधन को 37.08 फीसदी और आप के खाते में 7.38 प्रतिशत सीटें गई थीं.


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