ABP Haryana C Voter Survey: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई सांप्रदायिक झड़प (Nuh Violence) में कुल छह लोग मारे गए, 206 लोग गिरफ्तार किए गए और 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं. यह झड़प तब भड़की जब भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जुलूस को रोकने और उस पर हमला करने की कोशिश की. ये हिंसा जल्द ही गुरुग्राम के सोहना, मानेसर सहित अन्य इलाकों में फैल गई.
वहीं अब इस हरियाणा हिंसा को लेकर एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने एक सर्वे किया है कि, क्या ये हिंसा पुलिस और सरकार की लापरवाही का नतीजा है? जिसमें आम जनता ने बेहद चौंकाने वाला जवाब दिया है. दरअसल, एबीपी न्यूज के सी वोटर सर्वे में 61 फीसदी लोगों ने कहा कि हरियाणा में हुई हिंसा पुलिस और सरकार की लापरवाही का नतीजा है. वहीं 23 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नहीं ये पुलिस और सरकार की लापरवाही का नतीजा नहीं है. जबकि, 1.6% लोगों को जवाब था पता नहीं.
हरियाणा हिंसा क्या पुलिस और सरकार की लापरवाही का नतीजा है?
स्रोत- सी वोटर
हां- 61%
नहीं 23%
पता नहीं-1.6%
आपको बता दें कि, यह सर्वे मेवात में सांप्रदायिक हिंसा और ज्ञानवापी पर सीएम योगी के बयान के बाद abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में 2,367 लोगों की राय ली गई है. सर्वे गुरुवार और शुक्रवार को किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.
प्रशासन लगातार कर रही कार्रवाई
हरियाणा सरकार ने हिंसा के बाद नूंह में अवैध निर्माणों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विध्वंस अभियान चला रखा है. नूंह जिला प्रशासन ने तोड़फोड़ अभियान के चौथे दिन रविवार को एक होटल को बुलडोजर से ढहाया है. अधिकारियों का मानना है कि नूंह में हिंसा तब शुरू हुई जब कुछ लोगों ने इस होटल की छत से धार्मिक जुलूस पर पथराव किया.