ABP Haryana C Voter Survey: हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हिंसा भड़कने के बाद से ही कर्फ्यू लगा हुआ है. इंटरनेट को बंद कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है. सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं और सबूत मिलने पर आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद बुलडोजर चलाया जा रहा है. इस सब के बीच हरियाणा में सियासी पारा हाई हो गया है. सभी पार्टियां एक दूसरे को हिंसा के लिए जिम्मेदार मान रही हैं. कोई इसे साजिश करार दे रहा है, तो कोई इसे प्रशासन की लापरवाही बताकर खट्टर सरकार पर निशाना साध रहा है. इसी सवाल का जवाब जानने के लिए सी-वोटर ने सर्वे किया है.


57% लोगों ने दिया साजिश करार


मेवात में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद ये पहला सर्वे है, जिसे abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया में किया है. इस सर्वे में 2,367 लोगों की राय ली गई है. ये सर्वे गुरुवार और शुक्रवार को किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. सर्वे के दौरान जब लोगों से पूछा गया कि वे हरियाणा हिंसा को साजिश मानते हैं या प्रशासन की चूक? तो 57% लोगों ने इसे साजिश बताया. जबकि 32% लोग ऐसे थे जिन्होंने इसे प्रशासन की चूक करार दिया. वहीं 11% लोगों ने कोई साफ जवाब नहीं दिया. यहां आपको बताते चलें कि हरियाणा के गृह मंत्री खुद नूंह में हुई हिंसा को इशारो-इशारों में साजिश करार दे चुके हैं.


कैसे शुरू हुई हरियाणा में हिंसा?


राजधानी दिल्ली से लगभग डेढ़ घंटे की दूरी पर स्थित मेवात सांप्रदायिक हिंसा में जल रहा है. 31 जुलाई को यहां दो समुदायों में टकराव हो गया. ये टकराव बाद बाद में हिंसा में बदल गया. अब हालात ये हैं कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है. बताया जा रहा है कि 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भगवा यात्रा निकाल रहे थे. इसी दौरान यात्रा पर पथराव शुरू हो गया. इसके बाद  हिंदू पक्ष ने दूसरे समुदाय के लोगों पर भी पथराव कर दिया और हिंसा भड़क गई.



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