Punjab Politics: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अमृतसर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष दिनेश बस्सी की गिरफ्तार किया है. जिसके बाद राज्य कांग्रेस के नेताओं में इस बात को लेकर चर्चा होने लगी है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में नियुक्तियों को टार्गेट करने के लिए 'आप' सरकार ये कदम उठा रही है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को इस बात की आशंका होने लगी है कि पिछली सरकार में रह चुके मंत्रियों को निशाना बनाने के बाद दूसरी पक्ति के कांग्रेस नेता आप सरकार के निशाने पर हैं. वहीं आने वाले दिनों में इस तरह की और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.


आप और बीजेपी के बीच समझौता- बाजवा 
बता दें कि पंजाब के पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है. वहीं एक दूसरे पूर्व वन मंत्री संगत सिंह गिलजियान को एफआईआर दर्ज की गई है. जबकि पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु और ग्रामीण पूर्व विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त बाजवा भी जांच का सामना कर रहे हैं. इस मामले पर सीएलपी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह पूरी कार्रवाई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए है. यह आप और बीजेपी के बीच एक समझौता लगता है. बाजवा से पूछताछ कि "भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार ने बीजेपी में शामिल हुए कांग्रेस के किसी भी पूर्व मंत्री को निशाना क्यों नहीं बनाया? क्या बीजेपी में शामिल होने से 'आप' से पूरी सुरक्षा मिलती है?"


Punjab News: भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त पूर्व स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बड़ी राहत, हाईकोर्ट ने दी जमानत 


सीएम मान ने किया था विपक्ष पर हमला
बात दें कि हाल ही में हुए सम्पन्न हुए बजट सत्र के दौरान सीएम भगवंत मान ने भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के लिए विपक्ष की खिंचाई की थी. उन्होंने कहा था, "मैं इस प्रतिष्ठित सदन के पटल पर प्रतिज्ञा करता हूं कि मेरी सरकार पंजाब और पंजाबियों के खिलाफ भ्रष्ट राजनेताओं को कभी माफ नहीं करेगी, भले ही वे किसी भी बड़े या छोटे राजनीतिक दल में शामिल हों."


यह सरासर राजनीतिक प्रतिशोध है- राजा
जबकि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि यह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को बीजेपी में शामिल करने और पार्टी के दूसरी पक्ति के नेताओं को आम आदमी पार्टी में शमिल करने के लिए दबाव की रणनीति प्रतीत होती है. पीपीसीसी प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने आरोप लगाया कि यह सरासर राजनीतिक प्रतिशोध है. उन्होंने कहा, "जांच का एक तरीका है. हम आने वाले दिनों में राजनीतिक प्रतिशोध के खिलाफ सामूहिक रूप से लड़ेंगे."


Haryana Job Alert: हरियाणा के इस विभाग में 1076 पदों पर निकली भर्ती, आवेदन के लिए बचे हैं इतने दिन, जल्दी करें मौका छूट न जाए