Adampur By-Election: हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के युवा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई आदमपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में ‘‘अपने परिवार के पांच दशक पुराने गढ़’’को बचाने में जी-जान से जुटे हैं. जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अनुभवी नेता जय प्रकाश पर दांव लगाया है. बीजेपी, आम आदमी पार्टी (आप) और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) ने हिसार जिले में इस विधानसभा सीट पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए ‘‘दलबदलुओं’’को खड़ा किया है. तीनों पार्टी के प्रत्याशी कभी कांग्रेस का हिस्सा थे. कांग्रेस को लगता है कि मतदाता इस बार इन ‘‘विश्वासघातियों’’ को सबक सिखाएंगे.


कांग्रेस ने हिसार से तीन बार के पूर्व सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं दो बार के पूर्व विधायक जय प्रकाश (67) को उम्मीदवार बनाया है. भव्य बिश्नोई (29) हाल में अपने पिता कुलदीप बिश्नोई के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. वहीं इनेलो उम्मीदवार कांग्रेस के बागी कुर्दराम नंबरदार हैं.आप ने बीजेपी से पार्टी में शामिल हुए सतेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है. सिंह बीजेपी में शामिल होने से पहले कांग्रेस में थे.


भव्य बिश्नोई 2109 लोकसभा चुनाव हारे थे 
भव्य बिश्नोई ने हिसार से ही कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें शिकस्त मिली थी. पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के इस सीट से विधायक के तौर पर इस्तीफा देने के बाद यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है. बिश्नोई ने 2019 के विधानसभा चुनाव में आदमपुर से बीजेपी की सोनाली फोगाट को हराया था. पूर्व टिकटॉक स्टार फोगाट रहस्यमयी परिस्थितियों में अगस्त में गोवा में मृत पायी गयी थीं. इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है. 


जजपा कर रही भव्य बिश्नोई का समर्थन 
फोगाट की बहन रुकेश ने हाल में कहा था कि वह अपनी बहन के सपने को पूरा करने के लिए आदमपुर उपचुनाव लड़ने के बारे में विचार करेंगी. बहरहाल, इसके बाद उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया. बीजेपी को छोड़कर तीनों अन्य प्रमुख दलों ने ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र आदमपुर में बहुमत वाले जाट समुदाय के उम्मीदवार को खड़ा किया है. बीजेपी की सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जजपा) भव्य बिश्नोई का समर्थन कर रही है.


आदमपुर में 1.71 लाख से अधिक मतदाता 
आदमपुर में 1.71 लाख से अधिक मतदाता हैं जिनमें से 91,000 पुरुष मतदाता हैं. इस सीट पर मतदान तीन नवंबर को होगा और मतगणना छह नवंबर को होगी. आदमपुर भजन लाल परिवार का गढ़ रहा है, जो हरियाणा के कद्दावर गैर-जाट नेता थे और उन्हें हर समुदाय का समर्थन हासिल था. उनके परिवार के अलावा कोई भी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाया. भजन लाल नौ बार इस सीट से विधायक रहे जबकि उनके बेटे चार बार विधायक चुने गए.


पूरे देश को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों से मिल रहा लाभ- भव्य बिश्नोई


हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर 2019 के लोकसभा चुनाव में भव्य बिश्नोई वरिष्ठ बीजेपी नेता बिरेंद्र सिंह के बेटे एवं नौकरशाह से नेता बने ब्रजेंद्र सिंह से हार गए थे. हार्वर्ड विश्वविद्यालय के जॉन एफ केनेडी स्कूल से लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे भव्य बिश्नोई ने कहा कि पूरे देश को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की नीतियों से लाभ मिल रहा है और हरियाणा के लोगों को भी मनोहर लाल खट्टर की सरकार की योजनाओं से फायदे मिल रहे हैं.कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि केंद्र तथा हरियाणा में बीजेपी नीत सरकार की उपलब्धियां मुख्य मुद्दे हैं. जिनकी बिनाह पर वे लोगों से वोट मांग रहे हैं. आप के सतेंद्र सिंह ने कहा कि इस साल की शुरुआत में हुए पंजाब विधानसभा चुनावों की तरह इस बार आदमपुर में भी गढ़ टूटेंगे.


इस उपचुनाव में इनेलो उम्मीदवार नंबरदार किसानों के मुद्दे उठा रहे हैं. वहीं, कांग्रेस को लगता है कि बीजेपी की योजना पर पानी फेरने के लिए जय प्रकाश सबसे मुफीद उम्मीदवार हैं क्योंकि पूर्व केंद्रीय मंत्री का हिसार में काफी रुतबा है लेकिन क्या वह जाट वोटों में बंटवारे को रोकने और उन्हें अपने पक्ष में करने में कामयाब होंगे, यह एक बड़ा सवाल है.कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख उदय भान ने कुलदीप बिश्नोई पर कांग्रेस के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘आदमपुर के लोग इस बार गद्दारों को सबक सिखाएंगे.’’भान ने दावा किया कि आदमपुर कांग्रेस का गढ़ है और हमेशा रहेगा. भव्य बिश्नोई तथा उनके पिता पर निशाना साधते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘‘स्वार्थी लोग जनता की सेवा नहीं कर सकते.’’


Haryana News: आदमपुर उपचुनाव में बीजेपी-इनेलो और AAP ने दलबदलुओं पर खेला दांव, आखिर क्या रहीं मजबूरियां?