Gurugram Weather News: हरियाणा के गठन के बाद गुरुग्राम में सबसे अधिक तापमान दर्ज, IMD ने की ये भविष्यवाणी
Gurugram Weather: बढ़ते तापमान के बीच लोगों को राहत देते हुए आईएमडी ने हरियाणा, पंजाब के कुछ इलाकों में सोमवार-मंगलवार को बारिश की भविष्यवाणी की है
Gurugram: गुरुग्राम में गर्मी का सितम लगातार जारी है. रविवार को गुरुग्राम में गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये. भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 1 नवंबर 1966 को हरियाणा के गठन के बाद यह अब तक का सबसे अधिक तापमान है. आईएमडी चंडीगढ़ के मुताबिक 10 मई 1966 को शहर का तापमान 49 डिग्री दर्ज किया गया था. बता दें कि जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो तो हीटवेव घोषित की जाती है. वहीं, तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर यह गंभीर हो जाता है.
बढ़ते तापमान के लिए ये कारक जिम्मेदार
इस भीषण गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है क्योंकि सोमवार और मंगलवार को हरियाणा, पंजाब और पहाड़ी क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है. आईएमडी ने गरज के साथ बिजली कड़कड़ाने और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भविष्यवाणी की है. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से नौ डिग्री अधिक रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा. आईएमडी चंडीगढ़ के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि गुरुग्राम में कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की कमी आने की संभावना है, लेकिन बुधवार तक भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहेगी. सिंह ने कहा कि जलवायु परिस्थियों के अलावा, इमारतों, सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ पेड़ों में कमी तापमान बढ़ने के लिए जिम्मेदार हैं.
शहर में खड़ा हो गया है कंक्रीट का जंगल
शहर के लोगों का इस गर्मी से बुरा हाल है. लोगों का कहना है कि उन्होंने कई सालों से ऐसी भयानक गर्मी नहीं देखी. वहीं, एक जाने माने उद्योपति जेएन मंगला ने कहा कि गुरुग्राम में हमेशा से ही भयंकर गर्मी पड़ती रही है लेकिन पिछले एक दशक में देखी गई गर्मी अभूतपूर्व है. उन्होंने कहा कि हमने पूरे शहर में कंक्रीट का जंगल बना दिया है, कोई हरियाली नहीं है, ऊंची इमारतों ने गर्मी में हवा के प्रवाह को रोक दिया है. नदी, तालाब व अन्य जल निकाय केवल कागज में मौजूद हैं. इससे पूरे शहर में गर्मी के द्वीप बना दिए हैं. उन्होंने कहा कि कई लोगों के पास शहर में पीने तक को पानी नहीं है और स्थिति निकट भविष्य में सुधरती नहीं दिख रही है. हमें इससे निजात पाने के लिए और पेड़ लगाने की जरूरत है.