हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मजबूती हासिल की है. पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह के बीच कांग्रेस ने अपने सदस्यता अभियान में 14 लाख सदस्यों को शामिल किया है. जहां बीजेपी और आम आमदी पार्टी (आप) अपनी रणनीति बना रही हैं, वहीं कांग्रेस ने अपने अभियान में लाखों सदस्यों को शामिल किया है. कांग्रेस ने हरियाणा में मजबूती बनाने के लिए साढ़े चार साल से अधिक समय के बाद सदस्यता अभियान चलाया था जो 15 अप्रैल को खत्म हुआ. 


द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार हरियाणा के प्रभारी विवेक बंसल ने बताया कि कांग्रेस के सदस्यता अभियान के दौरान लगभग 14 लाख सदस्यों को पार्टी में शामिल किया गया है. जिसमें कम से कम सात लाख डिजिटल सदस्यों का पता चला और इतने ही सदस्य हार्ड कॉपी के डेटा में  आएंगे. विवेक बंसल ने कहा कि साढ़े चार साल से अधिक समय के बाद हमने यह अभियान चलया और इस दौरान प्रतिक्रिया काफी अच्छी रही है.


कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव के लिए पार्टी ने अपने सांगठनिक चुनावों का कार्यक्रम तैयार कर लिया है. पहले चरण में प्राथमिक और ब्लॉक अध्यक्षों और कार्यकारी समितियों का चयन किया जाना है. फिर ब्लॉक समितियां प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के सदस्यों का चुनाव करेंगी जिसकी 31 मई तक पूरा होने की संभावना है. 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच पार्टी की जिला समितियां अपने अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, कोषाध्यक्षों और कार्यकारी समितियों का चुनाव करेंगी. 


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इसके बाद तीसरे चरण में 21 अगस्त से 20 सितंबर तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, पीसीसी कार्यकारिणी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्यों का चयन किया जाएगा. कांग्रेस हरियाणा में ऐसे समय में मजबूती बना रही जब अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप पार्टी ने पंजाब फतह करने के बाद हरियाणा में अपनी पार्टी को बढ़ाना शुरू किया है.