Haryana News: हरियाणा के बहुचर्चित गीतिका सुसाइड केस में कोर्ट आज बड़ा फैसला सुना सकती है. पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा के खिलाफ दुष्कर्म केस में आज बड़ा फैसला हो सकता है. गीतिका सुसाइड केस में सिरसा से हलोपा के विधायक गोपाल कांडा और MDLR कंपनी की सीनियर मैनेजर रही अरुणा चड्डा भी आरोपी है. कोर्ट की तरफ से आज सुनाया जाने वाला फैसला गोपाल कांडा का राजनीतिक भविष्य तय करेगा, उनके ऊपर अगर दोष सिद्ध हो जाता है तो उनकी विधायकी जा सकती है.
गोपाल कांडा को जाना पड़ा था जेल
गीतिका सुसाइड केस के समय गोपाल कांडा हरियाणा सरकार में गृह राज्यमंत्री थे. उन्होंने निर्दलियों के साथ मिलकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को समर्थन दिया. हुड्डा सीएम बने तो उन्होंने अपनी सरकार में गोपाल कांडा को गृह राज्यमंत्री का पद दिया. जिसके बाद गीतिका सुसाइड केस में नाम आने के बाद उन्हें गृह राज्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा और और जेल जाना पड़ा. तिहाड़ जेल में उन्हें करीब 18 महीने तक रहना पड़ा. 2014 में गोपाल कांडा को जमानत मिली. आपको बता दें कि गीतिका की मौत के करीब छह महीने बाद उनकी मां अनुराधा शर्मा ने भी आत्महत्या कर ली थी. गोपाल कांडा की एयरलाइंस में काम करने वाली गीतिका ने 5 अगस्त 2012 को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. गोपाल कांडा पर गीतिका के साथ दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौन संबंध के आरोप लगे थे. गीतिका ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उसने गोपाल कांडा पर यौन शोषण का आरोप लगाया था.
बीजेपी-जेजेपी को समर्थन दे चुके है कांडा
आपको बता दें कि सिरसा से हलोपा के विधायक गोपाल कांडा ने पिछले दिनों हरियाणा बीजेपी प्रभारी बिप्लब देव से मुलाकात की थी और बीजेपी को समर्थन देने की बात रखी थी. वहीं उनके भाई गोविंद कांडा बीजेपी में है और ऐलनाबाद सीट से पार्टी की सीट पर उपचुनाव लड़ चुके है.
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