Haryana News: हरियाणा भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में पिछले कुछ दिनों से सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है. बीजेपी और सहयोगी पार्टी जेजेपी (JJP) के बीच बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसकी वजह एक साल के अंदर हरियाणा विधानसभा का चुनाव होना और भाजपा-जजपा द्वारा अपने संगठन को मजबूत करने की मुहिम को माना जा रहा है. दोनों पार्टियों के नेता मैदान में कमर कस उत्तर चुकी हैं. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने 10 जून को कहा कि उचाना से हमारी तरफ से उम्मीदवार प्रेमलता ही होंगी. बाकी पार्टी सोचेगी. उन्होंने ये भी कहा कि हिसार लोकसभा सीट से उम्मीदवार सिटिंग एमपी बृजेंद्र सिंह ही रहेंगे. 


बीजेपी नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह यहीं नहीं रुके. उन्होंने गठबंधन में शामिल जेजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वहां कोई इस्तीफा दे रहा है तो कोई नाराज है. अगर पार्टी कहे तो मैं जेजेपी के 7 विधायक लाकर दे सकता हूं. जेजेपी के विधायक अपना भविष्य असुरक्षित मानकर चल रहे हैं. 


इस बार अपने दम पर 51% वोट हासिल करेंगे


इसके जवाब में कैथल में जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि हमारा मकसद हरियाणा में कांग्रेस सत्ता से दूर रखना है. उन्होंने बीरेंद्र सिंह के बयान पर कहा कि उनमें क्षमता है तो जेजेपी के एक भी विधायक को बीजेपी में शामिल कराकर दिखाएं. अगर उन्होंने ऐसा कर लिए तो हम उनकी सियासी क्षमता का लोहा मान लेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चुनावी घोषणा पत्र के पूरे हुए वादों पर फोकस करने लगी है. अजय चौटाला ने कहा कि साल 2019 में 17% वोट मिले थे. 2024 में वोट प्रतिशत को हमारी पार्टी के नेता 51 प्रतिशत में बदलने की मुहिम में जुटे हैं. 


'गठबंधन दलों के बीच कोई विरोधाभास नहीं'


हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा में प्रदेश के डिप्टी सीएम और जेजेपी दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गठबंधन में कोई विरोधाभास नहीं है. न मेरे मन में कोई शंका है और न ही सीएम के मन में कोई शंका है. भारतीय जनता प्रदेश प्रभारी बिप्लब देव सोमवार को निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत से मुलाकात करेंगे. इसके बाद कोई फैसला हो सकता है.


यह भी पढ़ें: Haryana Politics: बीजेपी-जेजेपी गठबंधन में रार पर बोले दुष्यंत चौटाला, ‘साढ़े तीन साल में 3 लाख बार मुझसे...’