ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी के मौके पर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का बयान चर्चा में है. इस बयान के बाद से विवाद खड़ा हो गया है. अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश देते हुए कहा कि सभी सिखों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेनी चाहिए. श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सिखों को गतका के अलावा मॉडर्न हथियारों की ट्रेनिंग लेनी चाहिए. इसके साथ ही इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के बाहर जोर-जोर से खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे और पंजाब को खालिस्तान बनाने की भी मांग उठी.
 
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि सिख संस्थाओं को गतका अखाड़े में शूटिंग की ट्रेनिंग शुरू करनी चाहिए. जब हम धार्मिक और सामाजिक रूप से कमजोर होते हैं तो राजनीतिक तौर पर भी कमजोर हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि धर्म प्रचारकों को बाहर निकल कर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए सिखों का प्रचार-प्रसार करना चाहिए. सिखों से अपील करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से ही सिखों को दबाने की नीतियाँ बन गई थीं. आजादी ने सिखों को धार्मिक और राजनीतिक रूप से कमजोर किया है, अब सिखों को मजबूत होकर देश की अर्थव्यवस्था पर कब्जा करना होगा.


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ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर एक जनसभा को संबोधित किया. जहां पर कथित तौर पर खालिस्तान समर्थित नारे लगाए गए, इसके साथ ही वहां मौजूद भीड़ ने कथित तौर पर सिख कैदियों की रिहाई की मांग भी उठाई. बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल जेड-सुरक्षा कवर प्रदान करने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे लेने से मना कर दिया था.


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