Punjab Election 2022: पंजाब लोक कांग्रेस और बीजेपी टिकट बंटवारे के बाद से ही मुश्किल में नज़र आ रही हैं. बीजेपी ने हालांकि नाराज नेताओं को मनाने की पहल शुरू कर दी है. बीजेपी के पंजाब मामलों के प्रभारी गजेंद्र शेखावत और पंजाब लोक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) नाराज नेताओं को दोबारा अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं. 


अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकतर जिलों में बीजेपी को पंजाब लोक कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की वजह से अपने नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. नाराज नेताओं का आरोप है कि पाला बदलने वालों के लिए उन्हें अनदेखा किया गया है. 


ट्रिब्यून ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि बीजेपी की पंजाब यूनिट में टिकट बंटवारे से भारी नाराजगी है. गुरतेज ढिल्लो पटियाला से चुनाव लड़ने की रेस में आगे थे. लेकिन यह सीट पंजाब लोक कांग्रेस के हिस्से में चली गई. गुरतेज ने कहा, ''राज्य यूनिट ने मेरा नाम पटियाला से चुनाव लड़ने के लिए आगे बढ़ाया था. अब मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है क्योंकि यह सीट अमरिंदर सिंह के बाद चली गई है.''


कार्यकर्ताओं में है नाराजगी


बीजेपी के एक और नेता ने द ट्रिब्यून से कहा कि वह पाला बदलने वाले नेताओं को टिकट मिलने से नाराज हैं. नाम नहीं बताने की शर्त पर इस नेता ने कहा, ''हम खुले तौर पर तो कुछ नहीं कह सकते हैं. लेकिन कार्यकर्ताओं के लिए बाहर से आने वाले नेताओं वास्ते वोट मांगना बेहद मुश्किल है.''


बता दें कि पंजाब में बीजेपी ने इस बार पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है. बीजेपी 65 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि अमरिंदर सिंह की पार्टी के हिस्से 37 सीटें आई हैं. किसान आंदोलन की वजह से बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन टूट गया था.


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