Punjab News: दिवंगत अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू के परिवार ने भगोड़े खालिस्तानी कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के पूर्ववर्तियों की जांच की मांग की है, जिन्हें दीप सिद्धू पसंद नहीं करते थे. पंजाब पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि दिवंगत अभिनेता ने उसका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया था. दीप सिद्धू के लुधियाना में रहने वाले अधिवक्ता भाई मनदीप सिद्धू ने कहा कि अमृतपाल सिंह की 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख के रूप में नियुक्ति अवैध थी. 'वारिस पंजाब दे' उनके भाई द्वारा स्थापित किया गया था.
दीप सिद्धू के भाई ने खोले कई राज
दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिद्धू ने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह को प्रधान बनाए जाने के फैसले में हमारा परिवार पक्षकार है. यह सच नहीं है. वास्तव में, दीप ने अमृतपाल के बारे में कभी बात नहीं की और ऐसा लगता था कि वह उसे नापसंद करते हैं. उन्होंने अमृतपाल का फोन जनवरी और फरवरी में 15 दिन तक ब्लॉक किया था. उन्होंने कहा कि ब्लॉक किए गए नंबर के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं. उन्होंने कहा, मेरे भाई का फोन मेरे पास है. मेरे पास सबूत हैं. दीप ने काफी शोध के बाद वारिस पंजाब दे की स्थापना की थी. इसे हाईजैक कर लिया गया है. हमें इस मुद्दे की जांच की जरूरत है.
अमृतपाल पर लगाया गया NSA
आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाया गया है और गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है, 18 मार्च से उसे पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे अभियान के बावजूद फरार है. पिछले साल दुबई से लौटे स्वयंभू उपदेशक अमृतपाल सिंह फरवरी में एक साधारण समारोह में किरणदीप कौर के साथ शादी के बंधन में बंधे थे. अमृतपाल सिंह की गतिविधियों के लिए कथित विदेशी फंडिंग के संबंध में महिला अधिकारियों वाली पुलिस टीम ने उनसे लगभग एक घंटे तक पूछताछ की.
आधिकारिक सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पुलिस ने धन के स्रोतों का पता लगाने के लिए अमृतपाल सिंह, उनकी पत्नी और माता-पिता के बैंक खातों को भी स्कैन किया है. जिस मोटरसाइकिल पर अमृतपाल सिंह भागा था उसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस ने छापेमारी के बाद अमृतपाल सिंह की मर्सिडीज कार को भी जब्त कर लिया है.
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