Punjab News: करीब 36 दिन की तलाश के बाद 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने मोगा के रोडवाल गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल सिंह ने गुरुद्वारे में पाठ करते हुए संगत को संबोधित किया, जिसमें उसने कहा कि यह गिरफ्तारी अंत नहीं शुरुआत है. इस दौरान का वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.


'हमारे खिलाफ लगाए गए झूठे केस'


वायरल वीडियो में अमृतपाल कह रहा है कि, 'एक महीने पहले पुलिस ने सिखों पर जो कहर ढाया है. वो गलत है. जिस तरह से पुलिस ने सिख लोगों के साथ बरताव किया है. वह गलत है. हम दोषी नहीं है. एक महीने के बाद हमने फैसला किया है कि हम जिस जमीन के लिए लड़े, उसी जमीन पर रहकर लड़ेंगे. मैं संगत का बहुत आभारी हूं जिसने हमारी मदद की. आज इसी जगह से मैं गिरफ्तारी दे रहा हूं. यह गिरफ्तारी अंत नहीं शुरुआत है. हमारे खिलाफ जो झूठे केस लगाए गए हैं हम उसका सामना करेंगे. जिस पवित्र जगह मेरी दष्तारबदी हुई उसी जगह हम एक नए मोड़ पर खड़े हैं. दुनिया ने देखा कि हम पर कैसे कहर ढाया गया है.


आधी रात को गुरुद्वारे आया था अमृतपाल


अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसवीर सिंह ने बताया कि, 'अमृतपाल सिंह रात को यहां आया था. वह खुद कह रहा था कि वो गुरुद्वारा में माथा टेकने के बाद पंजाब पुलिस को सरेंडर कर देगा. उसने ठीक वैसा ही किया. सुबह 7 बजे उसने पुलिस को अपनी गिरफ्तारी दे दी. उस पर किसी का दवाब नहीं था. उसने अपनी मर्जी से बिना किसी के दवाब में आए गिरफ्तारी दी है. पुलिस को गिरफ्तारी के लिए सूचित किया गया. गिरफ्तारी से पहले कपड़े बदले, पाठ किया, संगत को संबोधित किया, अपनी गिरफ्तारी देने का कारण स्पष्ट किया. फिर गुरुद्वारा साहिब के बाहर जाकर अपने आप पुलिस अधिकारियों के समक्ष पेश हुआ.' 


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