Amritpal Singh Arrest Operation: अमृतपाल सिंह अब भी फरार, पंजाब में हाई अलर्ट, जानें- बीते तीन दिनों में क्या-क्या हुआ?
अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है. वही उसके समर्थकों पर भी कार्रवाई की जा रही है. शनिवार को अमृतपाल सिंह फरार हो गया था. जिसके बाद उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया था.
Amritpal Singh Arrest Operation: पंजाब पुलिस ने कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह से जुड़े पांच लोगों के खिलाफ कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लागू करते हुए मामले में ‘‘आईएसआई पहलू’’ होने की आशंका जताई. वहीं अमृतपाल के समूह ‘‘वारिस पंजाब दे’’ के खिलाफ जारी राज्यव्यापी कार्रवाई के बीच उसके चाचा हरजीत सिंह और वाहन चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार रात को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. अधिकारियों के अनुसार ‘‘वारिस पंजाब दे’’ के खातों को संभालने वाला हरजीत सिंह उन 5 लोगों में शामिल है, जिनके खिलाफ रासुका के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अमृतपाल के खिलाफ रासुका की तैयारी
वही आपको बता दें कि रासुका के तहत ऐसे किसी भी व्यक्ति को एहतियाती तौर पर हिरासत में लेने की अनुमति होती है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा या लोक व्यवस्था के लिए खतरा होता है. पंजाब पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अमृतपाल को पकड़ने के लिए विशेष टीम लगाई गई है. गिल ने संकेत दिया कि ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल को भी रासुका के तहत हिरासत में लिया जा सकता है. आईजी ने कहा कि पुलिस को इस मामले में ‘आईएसआई पहलू’ और विदेशी फंडिग की आशंका है और आगे की जांच जारी है.
चाचा हरजीत संभालता था अमृतपाल के खाते
पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार देर रात जालंधर के मेहतपुर इलाके में एक गुरुद्वारे के पास आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण के समय पुलिस उप महानिरीक्षक (सीमा क्षेत्र) नरिंदर भार्गव और अन्य पुलिस अधिकारी भी वहां मौजूद थे. आत्मसमर्पण के दौरान बनाए गए एक वीडियो में, हरजीत को अपनी लाइसेंसी .32 बोर पिस्तौल और सवा लाख रुपये नकदी दिखाते हुए देखा जा सकता है, जिसे वह मर्सिडीज कार में ले जा रहा था. बाद में पुलिस ने उसे जब्त कर लिया. फिर हरजीत और हरप्रीत को अमृतसर (देहात) पुलिस अपने साथ ले गई.
उन्होंने कहा कि हरजीत ने गायक-कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित संगठन 'वारिस पंजाब दे' के खातों को संभालने में अमृतपाल की मदद की है हरजीत को अक्सर अमृतपाल के साथ देखा जाता था. सड़क दुर्घटना में सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल संगठन का प्रमुख बना था. वही जालंधर पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वर्णदीप सिंह ने कहा पुलिस ने अमृतपाल के काफिले में शामिल दो वाहनों को जब्त कर लिया था. सोशल मीडिया पर देखी गई सीसीटीवी फुटेज में शनिवार को, पुलिस द्वारा अमृतपाल की गाड़ी का पीछा करते हुए देखा गया था.
इंटरनेट सेवाएं की गई बंद
पंजाब सरकार ने मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर मंगलवार दोपहर तक रोक लगा रखी है. गृह विभाग तथा न्याय विभाग की ओर लोक सुरक्षा के हित में, किसी भी तरह की हिंसा को रोकने, शांति तथा सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए यह आदेश दिया गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा था कि ब्रॉडबैंड सेवाओं को निलंबित नहीं किया जा रहा है, ताकि बैंकिंग सुविधाएं, अस्पताल सेवाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं बाधित न हों. इससे पहले शनिवार को रविवार दोपहर तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक लगा दी थी. इसके बाद इसे सोमवार दोपहर तक बढ़ाया गया था.
अमृपाल हो गया था फरार
पुलिस ने अमृतपाल और उसके संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी. हालांकि, जालंधर जिले में सिंह के काफिले को रोके जाने के बाद वह वहां से भाग निकला था. पुलिस ने रविवार को राज्य में ‘फ्लैग मार्च’ किया तथा उसके 34 और समर्थकों को गिरफ्तार किया एवं 4 लोगों को हिरासत में लेकर सुदूर असम की एक जेल में स्थानांतरित कर दिया. अमृतपाल के नेतृत्व वाले 'वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों और राज्य में शांति व सद्भाव को भंग करने का प्रयास करने वालों के खिलाफ जारी मौजूदा अभियान के तहत राज्य की पुलिस अभी तक 112 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
अजनाला घटना के बाद हुई कार्रवाई
अमृतपाल के खिलाफ यह कार्रवाई अमृतसर के नजदीक अजनाला थाने की घटना के कुछ हफ्तों बाद की जा रही है. अजनाला थाने को अमृतपाल समर्थकों ने घेर लिया था और पुलिस को यह आश्वासन देने को मजबूर किया था कि उसके एक साथी को रिहा कर दिया जाएगा. इस प्रकरण ने सीमावर्ती राज्य में खालिस्तानी उग्रवाद की वापसी की आशंका पैदा कर दी.
विपक्ष से घिरी पंजाब सरकार
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कार्रवाई को लेकर ‘‘कठपुतली आम आदमी पार्टी सरकार’’ पर निशाना साधा और इसे ‘‘अघोषित आपातकाल और राज्य में दमन व आतंक की सरकार’’ कहा. एसजीपीसी ने पिछले कुछ दिनों में सिख युवकों के खिलाफ की जा रही ‘‘ज्यादतियों’’ की निंदा की है. पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि उन्हें लगातार विदेश से और राज्य के भीतर से लोगों के फोन आ रहे हैं, जो आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य सुरक्षित हाथों में है और ऐसे तत्वों को पनपने नहीं दिया जाएगा.
पंजाब में हाई अलर्ट
पूरे पंजाब को हाई अलर्ट पर रखा गया है. पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और उसने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. पुलिस ने रविवार को बताया था कि उसने अमृतपाल और उसके समर्थकों के खिलाफ जालंधर में पुलिस नाका तोड़ने और एक गांव में वाहन से हथियार बरामद होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है. अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने भी जिले में अमृतपाल के 7 सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद शस्त्र अधिनियम के तहत शनिवार रात एक और प्राथमिकी दर्ज की थी.
अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर
पुलिस ने आगाह किया है कि अफवाह फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया कि वे विभिन्न देशों, राज्यों और शहरों से फर्जी खबरों और नफरत फैलाने वाले भाषणों पर नजर रख रहे हैं.
अमृतपाल के पिता ने लगाया आरोप
अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि यह ‘‘दुष्प्रचार’’ है कि उनके बेटे के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ‘आईएसआई’ से संबंध हैं और हथियार जमा करने के लिए नशामुक्ति केंद्रों का इस्तेमाल किया जाता है, उन्होंने दावा किया कि अमृतपाल सिंह को बदनाम किया जा रहा है.
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