Amritpal Singh Latest News: वारिस पंजाब दे के चीफ और खडूर साहिब सीट से चुनाव जीतने वाले अमृतपाल सिंह शुक्रवार को सांसद पद की शपथ लेने वाले हैं. उन्हें चार दिन की पैरोल दी गई है. 1 साल 2 महीने 12 दिन के बाद अमृतपाल सिंह डिब्रूगढ़ जेल से बाहर आ रहे हैं. शपथ ग्रहण के बाद अमृतपाल सिंह को वापस जेल भेज दिया जाएगा. सूत्रों ने अनुसार, 31 वर्षीय अमृतपाल सिंह को शपथ ग्रहण के लिए विमान से असम से दिल्ली लाया जाएगा और उनकी 4 दिन की पैरोल अवधि आज 5 जुलाई से शुरू होगी.
पैरोल के दौरान अमृतपाल सिंह को अपने परिवार से मिलने की अनुमति होगी, लेकिन उन्हें नई दिल्ली के 'न्यायिक क्षेत्राधिकार' से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पंजाब में अमृतसर के जिला मजिस्ट्रेट की ओर से जारी पैरोल आदेश में निर्धारित शर्तों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में रहने के दौरान न तो अमृतपाल सिंह और न ही उनके रिश्तेदार या परिवार के सदस्य मीडिया के किसी भी रूप में बयान दे सकते हैं. उन्हें पिछले साल 23 अप्रैल को अमृतसर सिंह से गिरफ्तार किया गया था.
अमृतपाल सिंह पर रहेगा पुलिस का कड़ा पहरा
अमृतपाल सिंह के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के संबंध में आदेश में कहा गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), अमृतसर (ग्रामीण) की ओर से जितनी उचित समझी जाएगी, उनके साथ उतनी संख्या में पुलिस कर्मी रहेंगे. इसमें कहा गया है कि ये कर्मी जेल से उसकी अस्थायी रिहाई की तारीख और समय से लेकर उसके हिरासत की अवधि जारी रखने के लिए वापस जेल लौटने तक उसके साथ रहेंगे.
आदेश में कहा गया कि उस समयावधि के दौरान, जब अमृतपाल सिंह संसद भवन परिसर में उपस्थित होंगे, उनके साथ उतनी संख्या में पुलिस कर्मी या अन्य सुरक्षा कर्मी रहेंगे, जितनी लोकसभा के महासचिव द्वारा अनुमति दी गई हो. इसमें कहा गया है कि जिस अवधि के दौरान अमृतपाल सिंह के संसद परिसर में रहने की आवश्यकता नहीं होगी, उन्हें नई दिल्ली में ऐसे स्थान पर रखा जाएगा, जिसे एसएसपी, अमृतसर (ग्रामीण) विभिन्न सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त समझें.
अमृतपाल सिंह के 9 साथी भी डिब्रूगढ़ जेल हैं बंद
अमृतसर में अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत नौ सहयोगियों के साथ असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह को चार दिन की पैरोल दी गई है ताकि वह लोकसभा सदस्य की शपथ ले सकें. अमृतपाल सिंह, वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख हैं. उन्हें उनके नौ सहयोगियों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में बंद किया गया है. अमृतपाल सिंह को पिछले साल 23 अप्रैल को मोगा के रोडे गांव में अजनाला हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
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