Chandigarh : पंजाब सरकार ने मंगलवार को अमृतसर के पुलिस आयुक्त समेत 18 पुलिस अधिकारियों का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया. स्वयंभू सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह और उनके कुछ समर्थकों ने कुछ दिनों पहले तलवारें और बंदूकें लहराईं थी और बैरिकेड्स को तोड़ दिए थे और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला पुलिस थाने में घुस गए थे. पुलिस से आश्वासन लिया था कि पुलिस किडनैपिंग केस के आरोपी लवप्रीत सिंह को छोड़ देगी. पिछले हफ्ते हुई इस घटना में छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.


जसकरन को बनाया गया मोहाली का IG (खुफिया)


उसी के कुछ दिनों बाद अमृतसर के पुलिस आयुक्त को स्थानांतरित कर दिया गया है.  आदेश में कहा गया है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नौनिहाल सिंह को जसकरन सिंह की जगह अमृतसर में पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है. जसकरन को मोहाली का पुलिस महानिरीक्षक (खुफिया) नियुक्त किया गया है. इस आदेश के अनुसार, इन 18 पुलिस अधिकारियों के तबादले में सोलह आईपीएस अधिकारी और दो पंजाब पुलिस सेवा के अधिकारी हैं. जिन अन्य लोगों को नए पदस्थापन आदेश दिए गए हैं उनमें वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अरुण पाल सिंह, आरके जायसवाल, जी एस ढिल्लों, मोहनीश चावला, एसपीएस परमार और गुरशरण सिंह संधू शामिल हैं. 


केंद्रीय एजेंसिंयों ने पंजाब पुलिस पर उठाए थे सवाल


उल्लेखनीय है कि अपहरण के आरोपी लवप्रीत सिंह को जेल से छुड़ाने के लिए अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने पवित्र गुरुग्रंथ साहिब का ढाल के रूप में इस्तेमाल किया था और थाने पर हमला कर छह पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया था. केंद्रीय जांच एजेंसियों ने अजनाला कांड पर पुलिस प्रशासन के ढुलमुल रवैये पर सवाल उठाया था. एजेंसियों का कहना है कि पुलिस चाहती तो इस घटना को अमृतपाल को उसके गांव में ही रोक कर तत्काल टाल सकती थी. अगर पंजाब पुलिस चाही होती ती तो श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप वाली गाड़ी को काफिले से अलग कर सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उल्लेखनीय है अजनाला की घटना का श्री अकाल तख्त साहिब और दमदमी टकसाल दोनों ने विरोध किया है.


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