Anantnag Encounter: आतंकियों से लोहा लेते हुए हरियाणा का लाल शहीद, मेजर आशीष धोनैक की शहादत पर CM खट्टर ने जताया दुख
Anantnag Encounter: अनंतनाग जिले में आतंकियों से लोहा लेते हुए हरियाणा के पानीपत के रहने वाले मेजर आशीष धोनैक शहीद हो गए. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उसकी शहादत पर दुख जताया है.
Anantnag Shootout Martyrs: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में बुधवार को आतंकियों से मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गए. इनमें सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं मुजम्मिल भट्ट शामिल थे. मेजर आशीष धोनैक हरियाणा के पानीपत जिले के गांव बिंझौल के रहने वाले थे. प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मेजर आशीष धोनैक के शहीद होने पर शोक जताया है.
‘शहादत को कोटि-कोटि नमन’
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर लिखा कि पानीपत के लाल, मेजर आशीष कश्मीर में आतंकियों के मंसूबों को ध्वस्त करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए. उनकी इस शहादत को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं. राष्ट्र की रक्षा में उनके योगदान और उनके इस उच्च बलिदान को देशवासी सदैव याद रखेंगे. इस कठिन समय में पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है.
पानीपत के लाल, मेजर आशीष कश्मीर में आतंकियों के मंसूबों को ध्वस्त करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए।
— Manohar Lal (@mlkhattar) September 14, 2023 [/tw]
उनकी इस शहादत को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूँ। राष्ट्र की रक्षा में उनके योगदान और उनके इस उच्च बलिदान को देशवासी सदैव याद रखेंगे।
इस कठिन समय में पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा… pic.twitter.com/kosBKLOl87
मेजर आशीष को बहादुरी के मिला था मेडल
मेजर आशीष धोनैक इसी साल 15 अगस्त को बहादुरी के लिए सेना मेडल भी मिला था. 15 अगस्त, 2023 को उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेडल प्रदान किया था. मेजर आशीष 19 राष्ट्रीय राइफल्स के सिख लाइट इन्फैंट्री में तैनात थे.
जल्द नए घर में शिफ्ट होने का बना रहे थे प्लान
आपको बता दें कि मेजर आशीष की पत्नी ज्योति गृहिणी है. वहीं उनकी एक 2 साल की बेटी भी है. मेजर आशीष की शादी 15 नवंबर 2015 को जींद की रहने वाली ज्योति से हुई थी. मई महीने में मेजर आशीष छुट्टी पर अपने घर आए थे. पानीपत के सेक्टर 7 में किराए में घर में उनका परिवार रहता है. पानीपत की TDI सिटी में उन्होंने अपना घर बनवाया था. अगले महीने 23 अक्टूबर को आशीष छुट्टी लेकर TDI में बन रहे नए मकान में गृह प्रवेश के लिए आने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही वे आतंकियों के सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए. उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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