Haryana News: अयोध्या (फैजाबाद लोकसभा सीट) में मिली हार के बाद बीजेपी मंथन में जुटी है. वह जानने का प्रयास कर रही है आखिर क्या वजह रही कि अय़ोध्या (Ayodhya) में हार देखनी पड़ी, जहां इसी साल भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) में प्राण प्रतिष्ठा की गई है. राम मंदिर हमेशा से बीजेपी के मैनिफेस्टो का हिस्सा रही है. चुनाव से पहले राम मंदिर के द्वार आम भक्तों के खोल दिए जाने के बाद बीजेपी को उम्मीद थी कि उसे चुनाव में बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे, लेकिन बीजेपी अयोध्या से ही हार गई जिससे हर कोई हैरान है. इस बीच, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने इस हार का कारण बताया है.
टीवी 9 भारत वर्ष की रिपोर्ट के मुताबिक अनिल विज ने कहा, ''यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. हो सकता है वहां पर नास्तिक रहते हों.'' बता दें कि अनिल विज ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत का दावा किया था. उन्होंने साथ ही कहा था कि हरियाणा में 4 जून को 11 कमल (10 लोकसभा सीट और एक विधानसभा सीट) खिलेंगे. हालांकि हरियाणा में वापसी करते हुए कांग्रेस ने पांच सीटें जीत लीं. जबकि बीजेपी पूरे देश में केवल 240 सीटें ही जीत पाई और बहुमत से पीछे रह गई. हालांकि एनडीए गठबंधन का नेतृत्व कर रही बीजेपी सरकार बनाने में कामयाब रही.
अयोध्या में 54 हजार वोटों से हारी बीजेपी
वहीं, केवल अय़ोध्या ही नहीं बल्कि पूरे यूपी में बीजेपी को करारा झटका लगा है जहां उसकी सीटें काफी कम हो गई हैं. अयोध्या की फैजाबाद लोकसभा सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के लल्लू सिंह को 54567 वोटों के अंतर से हरा दिया. अवधेश प्रसाद को 554289 वोट मिले जबकि लल्लू सिंह को 499722 वोट प्राप्त हुए. जबकि यहां तीसरे स्थान पर मायावती की पार्टी सपा रही जिसके प्रत्याशी सच्चिदानंद पांडे को केवल 46407 वोट ही मिले.
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