अनिल विज को हरियाणा कैबिनेट में जगह नहीं मिलेगी. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. अनिल विज नाराज भी चल रहे थे लेकिन अब उन्हें कैबिनेट से बाहर रखने का फैसला हो गया है. हरियाणा के छह बार विधायक रह चुके अनिल विज बीजेपी विधायक दल की उस बैठक से नाराज होकर चले गए थे, जिसमें सैनी को सर्वसम्मति से हरियाणा का मुख्यमंत्री नामित किया गया था.


छह से सात विधायक कैबिनेट में हो सकते हैं शामिल


हरियाणा में नायब सिंह सैनी अपना पहला मंत्रिमंडल विस्तार करेगी. सूत्रों का कहना है कि इसमें छह से सात विधायकों को शामिल किया जा सकता है. हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के बाद 12 मार्च को बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. सैनी के साथ बीजेपी के चार और एक निर्दलीय विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली थी.






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हालांकि पूर्व गृह मंत्री और अंबाला छावनी से छह बार के विधायक अनिज विज को नयी कैबिनेट में जगह नहीं मिली थी. मंत्रिमंडल के विस्तार के बारे पूछे जाने पर पूर्व मंत्री विज ने कहा 'मुझे कोई जानकारी नहीं है.’’ साथ ही उन्होंने दोहराया कि वह परेशान नहीं हैं.


अनिल विज पर क्या बोले सीएम सैनी?


सुबह मुख्यमंत्री सैनी ने पंचकुला के नाडा साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद पत्रकारों से बातचीत की, जहां उन्होंने कहा कि विज ‘‘हमारे सम्मानित नेता हैं और हमें उनसे नियमित रूप से मार्गदर्शन मिलता रहा है.’’


हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और अंबाला लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार बंतो कटारिया के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मंगलवार को करनाल का दौरा करेंगे, जहां बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के अभियान की शुरुआत करेंगे. मनोहर लाल खट्टर सरकार में गृह विभाग संभालने वाले विज का अक्सर मुख्यमंत्री के साथ विवाद होता रहता था.