Haryana News: चंडीगढ़ पर दावे को लेकर हरियाणा और पंजाब आमने सामने हैं. हरियाणा विधानसभा में चंडीगढ़ पर दावे को लेकर प्रस्ताव पेश किया गया है. बीजेपी सरकार में मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने साफ कर दिया है कि हरियाणा चंडीगढ़ में डटा रहेगा और वहां से कहीं नहीं जाएगा. अनिल विज ने इस प्रस्ताव पर बोलते हुए एसवाईएल का मुद्दा भी उठाया है.


अनिल विज का कहना है कि चंडीगढ़ हरियाणा का है. बीजेपी नेता ने कहा, ''अगर हम नई राजधानी बनाए तो उसके लिए हमें केंद्र से पैसे मिलने चाहिए, जबतक सभी मुद्दों का फैसला नहीं होगा हरियाणा यहां डटा रहेगा. जब तक हमें हिंदी भाषी क्षेत्र और SYL का पानी नहीं मिलता तबतक चंडीगढ़ हमारा है.''


चंडीगढ़ को लेकर हरियाणा और पंजाब में विवाद काफी पुराना है. लेकिन पिछले हफ्ते पंजाब विधानसभा में चंडीगढ़ पर दावे को लेकर एक प्रस्ताव पास किया गया. इस प्रस्ताव का हरियाणा के तमाम राजनीतिक दलों की ओर से विरोध किया जा रहा है और यह मामला एक बार फिर से गरमा गया है.


एसवाईएल का मुद्दा भी चर्चा में आया


हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की ओर से भी चंडीगढ़ पर दावे को लेकर विधानसभा का स्पेशल सत्र बुलाया गया है. इस प्रस्ताव पर राज्य की बीजेपी सरकार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का भी साथ मिल रहा है. हरियाणा ने चंडीगढ़ के मामले को आगे बढ़ाते हुए एसवाईएल का मुद्दा भी उठा दिया है. 


हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार से सतलज यमुना लिंक कनाल के निर्माण की अपील की है. हरियाणा सरकार ने पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार पर चंडीगढ़ के मुद्दे को उठाकर दोनों राज्यों के बीच माहौल खराब करने का आरोप लगाया है. हरियाणा कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वो चंडीगढ़ के लिए हर बलिदान देने को तैयार हैं.


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