Arvind Kejriwal in Punjab: पंजाब में आज यानी 13 सितंबर को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने पहले ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ का उद्घाटन किया है. इसके साथ ही अब दिल्ली के बाद पंजाब में भी शिक्षा क्रांति शुरूआत होगी. बता दें कि, 'स्कूल ऑफ एमिनेंस’ परियोजना के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था. इस परियोजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षा का कायाकल्प और विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित करना है. 


23 जिलों के 117 सरकारी स्कूलों का विकास


बता दें कि, ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ परियोजना के तहत 23 जिलों के 117 सरकारी स्कूलों का विकास करने का फैसला किया गया था, जिसमें नौवीं से 12वीं कक्षा पर विशेष जोर रहेगा. अधिकारी ने बताया था कि, कैरियर से संबंधित परामर्श के अलावा, नवीन शिक्षण पद्धतियों का पालन किया जाएगा और विद्यार्थियों को पेशेवर परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा.






सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा देंगे


इस योजना की शुरूआत करते हुए सीएम मान ने कहा था कि, ये स्कूल स्वतंत्रता सेनानियों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए स्थापित किए जा रहे हैं, जो विद्यार्थियों को भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार करेंगे और पंजाब को शिक्षा के क्षेत्र में आदर्श बनाने में मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब ये सरकारी विद्यालय निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा देंगे. उन्होंने कहा, "ऐसे स्कूलों ने पहले ही दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है. अब पंजाब की बारी है, जहां इस मॉडल को सफलतापूर्वक लागू किया जाएगा."


यह भी पढ़ें: हरियाणा में I.N.D.I.A गठबंधन के बीच खटपट? भूपिंदर सिंह हुड्डा के इस बयान से मची खलबली, बढ़ सकती है AAP की टेंशन