Punjab News:  पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने सोमवार को पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी को कोर्ट में पेश किया. जहां विजिलेंस ब्यूरो ने कोर्ट से सोनी की 5 दिन की रिमांड मांगी थी, कोर्ट ने सोनी की 2 दिन की रिमांड के फैसला सुनाया. लेकिन कोर्ट में पेशी के कुछ देर बाद ही सोनी की तबियत बिगड़ गई. सोनी को तुरन्त सरकारी अस्पताल ले जाया गया. जहां से डॉक्टरों ने उन्हें निजी अस्पताल में रेफर कर दिया. अब अस्पताल से छुट्टी के बाद ही सोनी से विजिलेंस पूछताछ करेगी. 


लेकिन अगर 12 जुलाई तक सोनी को अस्पताल से छुट्टी नहीं मिली तो उन्हें फिर से कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी जाएगी. इस दौरान सोनी की तरफ से जमानत की अर्जी भी लगाई जा सकती है.    


9 महीने की जांच के बाद हुई गिरफ्तारी
विजिलेंस ब्यूरो ने नौ महीने की जांच के बाद रविवार को पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी को गिरफ्तार किया था. उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति के मामले में केस दर्ज किया गया है. साल 2016 से 2022 तक उनकी आय 4.52 करोड़ रुपये थी. जबकि इस दौरान उन्होंने 12.48 करोड़ रुपये खर्च किए थे. खर्च 7.96 करोड़ रुपए ज्यादा था. 


परिवार के साथ महाराष्ट्र जाने की फिराक में थे सोनी
विजिलेंस ब्यूरो की टीम को जानकारी मिली थी कि पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी अपने परिवार के साथ 1-2 दिन बाद महाराष्ट्र जाने की तैयारी में थे. उनकी फ्लाइट की टिकटें भी बुक थी. विजिलेंस ब्यूरो की टीम को शक था कि महाराष्ट्र के बाद सोनी परिवार के साथ कहीं ओर ना निकल जाए जिसको देखते हुए विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने सोनी को उस समय ही गिरफ्तार कर लिया जब वो चंडीगढ़ के एक मॉल में थे. अब विजिलेंस ब्यूरो की टीम सोनी के परिवार के सद्स्यों के बैंक खातों और प्रोपर्टी की जांच करने में जुटी है. विजिलेंस को पता चला कि सोनी के परिवार में किसी का कोई बड़ा व्यापार नहीं है जिससे की करोड़ों रुपए की आमदनी हो सके. वहीं पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी की गिरफ्तारी की विरोध में कांग्रेसी नेताओं ने कचहरी परिसर के मेन गेट के बाहर रोष प्रदर्शन किया.  


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