Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह फिर से सामने आ गई है. पंजाब से पूर्व सांसद अश्विनी कुमार (Ashwini Kumar) ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. अश्विनी कुमार के पार्टी छोड़ने पर पंजाब (Punjab) के नेताओं सहित जी 23 समूह ने चिंता जाहिर की है. आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने इसे बेहद दुख का विषय करार दिया.
मनीष तिवारी ने अश्विनी कुमार के जरिए कांग्रेस पार्टी पर गंभीर सवाल खड़ा किया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ''दुखद. हमारे बीच मत भिन्नता थी, लेकिन यह बहुत ही सभ्य तरीके से थी. दुर्भाग्यपूर्ण है कि अश्विनी कुमार को यह फैसला करने के लिए विवश होना पड़ा.''
राज्यसभा में पार्टी के उप नेता शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ''हमारे मूल्यवान साथी अश्विनी कुमार का कांग्रेस छोड़ना देखकर दुख होता है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी की चार दशक सेवा करने वाला कोई व्यक्ति छोड़ गया. यह सामूहिक चिंता का विषय है.''
जगजाहिर है आंतरिक कलह
पंजाब में कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ''अश्विनी कुमार के कांग्रेस छोड़ने की खबर दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. वह मेरे पुराने मित्र हैं और स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से ताल्लुक रखते हैं.''
शर्मा, तिवारी और हुड्डा जी 23 समूह के उन नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने अगस्त, 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी.
बता दें कि पंजाब कांग्रेस की आंतरिक कलह जगजाहिर है. मनीष तिवारी को पंजाब से सांसद होने के बावजूद स्टार प्रचारकों में जगह नहीं दी गई है. मनीष तिवारी लगातार कांग्रेस पार्टी पर हमला बोल रहे हैं.