Punjab News: पंजाब के फरीदकोट जिले में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के काफिले को रोकने की कोशिश करने वाले लोगों के एक समूह और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका है कि समूह बादल के काफिले को क्यों रोकना चाहता था. पुलिस ने बताया कि ‘जेड प्लस’ सुरक्षा प्राप्त बादल, दीप सिंह वाला गांव में सरपंच के एक रिश्तेदार की मौत पर शोक व्यक्त करने गए थे. 


भारतीय नौजवान सभा और अकाली कार्यकर्त्ताओं में झड़प
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि जब अकाली दल मुखिया सुखबीर सिंह बादल का काफिला गांव से निकल रहा था, तो ‘भारत नौजवान सभा’ नामक एक समूह के प्रति निष्ठा रखने वाले कुछ ग्रामीणों ने उनके सामने आने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि अकाली कार्यकर्ताओं ने उन्हें हटाने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई. पुलिस ने बताया कि मामले में अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है.


‘काफिले की गाड़ी चढ़ाने का प्रयास’
भारतीय नौजवान सभा के नेता नौनिहाल सिंह ने बताया कि सुखबीर बादल का एक कार्यक्रम गांव दीप सिंह वाला में था. जिसको लेकर ‘भारत नौजवान सभा’ के सद्स्यों के द्वारा उनके काफिले का विरोध किया जा रहा था. नौनिहाल सिंह ने आरोप लगाया है कि काफिले से गाड़ियां उनके ऊपर चढ़ाने की कोशिश की गई और ‘भारत नौजवान सभा’ के सद्स्यों के साथ मारपीट की गई. इस झड़प के दौरान 2 लोग भी घायल हो गए. जिन्हें गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया.


‘कोटकपुरा गोलीकांड में बादल की हुई पेशी’
आपको बता दें कि शनिवार को कोटकपुरा गोलीकांड मामले में फरीदकोट की अदालत में अकाली दल मुखिया सुखबीर सिंह बादल की पेश भी हुई. तत्कालीन एसएचओ गुरदीप सिंह पंधेर इस दौरान कोर्ट में पेश हुए. बाकि के अन्य आरोपियों ने अपनी हाजिरी माफ करवाई है. वही मामले की अगली सुनवाई अब 16 सितंबर को होने वाली है. इस दौरान बादल ने कहा कि सरकार ने उन्हें पूरी प्लानिंग के साथ फंसाया है. लेकिन उन्हें पूरा यकीन है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा और पूरी सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.


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