Haryana News: बाबा राम रहीम ने किया ऑनलाइन सत्संग, चुनाव में जीत का आशीर्वाद मांगने वाले नेताओं का लगा तांता
Haryana Politics: पैरोल पर रिहा होने के बाद बाबा गुरमीत राम रहीम ने बागपत के बरनावा आश्रम में सोमवार को पहला ऑनलाइन सत्संग किया. इसमें पंचायत चुनाव के उम्मीदवार समर्थन बाबा का आशीर्वाद मांगने पहुंचे.
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम (Baba Gurmeet Ram Rahim) बलात्कार और हत्या के मामले में सजायाफ्ता हैं. इन दिनों वह बीते हफ्ते वो पैरोल पर रिहा हुआ है. वो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बागपत (Baghpat) में रह रहे हैं. वहां उन्होंने सोमवार को करीब दो घंटे तक सत्संग किया. यह सत्संग ऑनलाइन था. खास बात यह रही कि इस सत्संग में हरियाणा पंचायत चुनाव (Haryana Panchayat Election) के उम्मीदवारों का जमावड़ा लगा रहा. इसमें कई बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता थे.
बाबा का ऑनलाइन सत्संग
पैरोल पर रिहा होने के बाद बाबा गुरमीत राम रहीम ने बागपत के बरनावा आश्रम में सोमवार को पहला ऑनलाइन सत्संग किया. इसमें पंचायत चुनाव के उम्मीदवार समर्थन बाबा का आशीर्वाद मांगने पहुंचे. बाबा का आशीर्वाद मांगने वालों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विधानसभा क्षेत्र करनाल की नगर निगम चेयरपर्सन रेणु बाला गुप्ता और सीनियर मेयर और डिप्टी मेयर भी शामिल थे. ये नेता ऑनलाइन ही सत्संग में शामिल हुए. इन नेताओं ने स्थानीय निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए जीत का आशीर्वाद मांगा. रेणु बाला गुप्ता ने बाबा से कहा कि आप पहले भी स्वच्छता अभियान के लिए करनाल आए थे. अब भी करनाल में आकर दर्शन दें.
हरियाणा में पंचायत चुनाव दो चरणों में कराए जा रहे हैं. पहले चरण में 10 जिलों की जिला परिषद-पंचायत समिति सदस्यों के लिए 30 अक्तूबर और सरपंच-पंच पद के लिए दो नवंबर को मतदान कराया जाएगा. वहीं दूसरे चरण में नौ जिलों में नौ नवंबर को जिला परिषद और पंचायत समितियों के लिए और 12 नवंबर को पंच-सरपंच पदों के लिए मतदान कराया जाएगा. वहीं आदमपुर विधानसभा सीट पर कराए जा रहे उपचुनाव का मतदान दो नवंबर को कराया जाएगा.
विरोधियों पर ऐसे किया हमला
यौन शोषण और हत्या के दोषी बाबा राम रहीम ने खुद के नकली होने के प्रचार के लिए अपने विरोधियों पर हमला किया. राम रहीम ने कहा कि हम वहीं है, दूसरे नहीं हैं. हम असली हैं. हम अपना प्रूफ नहीं दे रहे, हम केवल अपने बच्चों को याद दिलाना चाहते हैं. परंतु कई कहते कि मैं क्यों मानूं? नहीं मानने से क्या फर्क पड़ता है. भगवान सबको खुशियां दें.
दरअसल बाबा जब पिछली बार पैरोल पर जेल से बाहर आए थे तो कुछ डेरा प्रेमियों ने उनके असली होने पर संदेह जताते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी थी. इस पर अदालत ने याचिकाकर्ताओं को फटकार लगाई थी. बाबा राम रहीम साध्वी यौन शोषण, पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में सजायाफ्ता हैं.
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