Punjab News: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पठानकोट में 22 अक्टूबर को अपना दरबार लगाया था. इस दौरान उन्होंने ईसाई धर्म को लेकर बयान दिया था. इस पर कई ईसाई समूहों ने आपत्ति जताई थी. वहीं अब धीरेंद्र शास्त्री ने अपने उस बयान को वापस लेने से इनकार करते हुए कहा कि मुझे पता चला है कि लोगों को दौरे से दिक्कत हुई है. उनको इस बात से आपत्ति है कि मैंने इस शब्दों का क्यों इस्तेमाल किया तो अगर आपको कोई समस्या है तो निर्दोष हिन्दुओं को बीच में रोकना बंद करें.


पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा कि मेरी आपसे कोई व्यक्ति दुश्मनी नहीं है. उन्होंने कहा कि  पठानकोट पुलिस ने उन्हें अपनी यात्रा को आगे नहीं बढ़ाने की सलाह दी थी. क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती थी. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि वो पंजाब सरकार से राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून बनाने की अपील करते है. ताकि निर्दोष लोगों का शोषण ना हो सके.


धीरेंद्र शास्त्री ने और क्या कहा?


धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भारत सभी के लिए है. वो पंढोरी धाम गौशाला और पठानकोट के अन्य स्थानों पर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कहा कि माहौल ठीक नहीं है. आपका जाना उचित नहीं होगा. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पंजाब पुलिस ने उनसे कहा कि उनके दौरे से समस्या पैदा हो सकती है. वो पंजाब आने जारी रखेंगे.


मामले को लेकर क्या कहती है क्रिश्चियन कमेटी?


वहीं इस मामले को लेकर ग्लोबल क्रिश्चियन एक्शन कमेटी के जतिंदर गौरव ने कहा कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. उन्होंने पुलिस से धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है. जतिंदर गौरव ने कहा बाबा बाहर से आकर पंजाब की शांति भंग करना चाहते हैं. वो पंजाब में जहां भी जाते हैं ईसाई धर्म को निशाना बनाते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से हमें कहा गया है कि उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अगर पुलिस उचित कार्रवाई नहीं करेंगी तो वो इसका विरोध करेंगे. 


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