MLA Amit Rattan Kotfatta PA Arrest: पंजाब (Punjab) में बठिंडा ग्रामीण (Bathinda Rural) से आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के विधायक अमित रतन कोटफट्टा के पीए रेशम गर्ग (Resham Garg) को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है. रेशम गर्ग को चार लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है. आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफट्टा के पीए को विजिलेंस ने एक महिला सरपंच के पति से चार लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया.


जानकारी के अनुसार विधायक अमित रतन कोटफट्टा के पीए रेशम गर्ग ने बिल पास कराने के लिए गुड्डा गांव के सरपंच से चार लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी. प्रखंड विकास पंचायत पदाधिकारी यह राशि जारी करते थे, लेकिन विधायक के कथित दबाव के चलते वह राशि नहीं दे रहे थे. इसके बाद सरपंच की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने जाल बिछाकर विधायक के पीएम रेशम गर्ग को गिरफ्तार कर लिया.


विधायक के पीए ने भागने की भी की कोशिश


बताया जाता है कि विधायक के पीए रेशम गर्ग ने रिश्वत के पैसे लेकर कार में रख लिए, तभी अमित रतन कोटफट्टा गाड़ी से उतरे और कुछ लोगों से बात कर रहे थे. डीएसपी संदीप सिंह के नेतृत्व में विजिलेंस ने यह अभियान चलाया. गिरफ्तारी के दौरान पीए रेशम गर्ग ने भागने की भी कोशिश की, लेकिन पीए की कार के सामने विजिलेंस ने अपनी कार लगा कर सर्किट हाउस के गेट के सामने ही रोक लिया गया. वहीं दूसरी तरफ सर्किट हाउस में बैठे विधायक अमित रतन कोटफट्टा से भी विजिलेंस पूछताछ कर रही है.


बीजेपी और आप के समर्थक में बहस


वहीं बीजेपी की तरफ से सर्किट हाउस के बाहर विधायक को गिरफ्तार करने के लिए नारेबाजी की गई. इस दौरान बीजेपी और आप के समर्थक में बहस भी हुई. महिला सरपंच के पति ने बठिंडा ग्रामीण से आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफट्टा के पीए पर आरोप लगाया था. इसकी शिकायत उन्होंने विजिलेंस के उच्चाधिकारियों से की थी, जिसके बाद विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए विधायक के पीए को हिरासत में ले लिया.


विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने क्या कहा?


विजिलेंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी रेशम गर्ग को प्रखंड घुड़ा गांव की सरपंच सीमा रानी के पति प्रीतपाल कुमार की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि शिकायतकर्ता ने ब्यूरो से संपर्क किया और आरोप लगाया कि आरोपी बीडीपीओ संगत से ग्राम पंचायत घुड़ा को 25 लाख रुपये का सरकारी अनुदान जारी करने के बदले में उसकी पत्नी से पांच लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. शिकायतकर्ता ने बताया था कि आरोपी पहले ही 50,000 रुपये रिश्वत के रूप में ले चुका है और शेष पैसे की मांग कर रहा है.


आगे की जांच जारी


इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से दूसरी किस्त के रूप में चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए दो आधिकारिक गवाहों की उपस्थिति में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो थाना बठिंडा में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. आपको बता दें कि पिछले पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट पर अमित रतन कोटफट्टा पहली बार विधायक बने हैं.


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