Punjab Election 2022: हरियाणा सरकार के रेप और हत्या के दोषी राम रहीम (Ram Rahim) को फरलो देने के फैसले पर पंजाब की सियासत गरम हो गई है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राम रहीम को फरलो दी गई है. आम आदमी पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने हालांकि इसे कानून का मामला करार दिया है.


भगवंत मान ने राम रहीम को मिली फरलो पर बोलने से इंकार किया. भगवंत मान ने कहा, ''यह कानून का मामला है. इस पर कुछ भी कहना सही नहीं है. कानून अपना काम कर रहा है. हमें इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं देनी है.''


भगवंत मान ने आगे कहा, ''कोर्ट अपना काम करती है. राम रहीम का मामला कोर्ट का है. पहले राम रहीम की जमानत को कोर्ट ने नकारा भी है. कोर्ट ने हालांकि मेडिकल ग्राउंड पर राम रहीम को एक बार जमानत दी है. अब भी कोर्ट ने अपने विवेक से फैसला किया है. हम कोर्ट का सम्मान करते हैं.''


बेअदबी के लगे हैं आरोप


बता दें कि डेरा सच्चा सौदा के मुखिया राम रहीम का पंजाब के मालवा क्षेत्र में प्रभाव रहा है. पंजाब के हिंदू वोटर्स में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों की अच्छी खासी तादाद है. हालांकि राम रहीम पंजाब में विवाद का विषय भी हैं. राम रहीम के अनुयायियों पर 2015 में बेअदबी के आरोप भी लगे हैं. राम रहीम को भी बेअदबी मामले की जांच में आरोपी बनाया गया है.


2017 में राम रहीम को रेप के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद राम रहीम को पत्रकार की हत्या का दोषी भी पाया गया और उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई. रोहतक की सुनारिया जेल से फरलो मिलने के बाद सिरसा स्थित अपने डेरे पर गए हैं.


Punjab Election 2022: दलवीर सिंह गोल्डी ने भगवंत मान को दी बहस की चुनौती, कहा- धुरी के लिए गंभीर नहीं हैं मान