नशामुक्त पंजाब के लिए प्रतिबद्ध मान सरकार
पंजाब में व्यापक नशामुक्ति अभियान के लिए 529 से अधिक ओओएटी क्लीनिक और 306 से अधिक पुनर्वास केंद्रों का मजबूत नेटवर्क बनाया गया है.
नशामुक्त पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का लक्ष्य है. इस अभियान की सफलता के लिए मान सरकार कई नीतियों पर काम कर रही है. नशामुक्ति के लिए पंजाब में क्लीनिक खोले जा रहे हैं. इसके साथ ही नशा छोड़ने के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों और सेलेब्रिटी द्वारा प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. पंजाब में मान सरकार नशीली दवाओं के उपयोग को खत्म करने और असहाय नशेड़ियों को दोबारा सामान्य स्वास्थ्य में वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है.
नशामुक्ति के लिए अभियान
पंजाब में व्यापक नशामुक्ति अभियान के लिए 529 से अधिक ओओएटी क्लीनिक और 306 से अधिक पुनर्वास केंद्रों का मजबूत नेटवर्क बनाया गया है. नशामुक्ति के लिए मान सरकार ने तीन स्तर पर काम करने की रणनीति बनाई है. पंजाब में पहले स्तर पर खेल आयोजनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
पंजाब में व्यापक नशामुक्ति अभियान के लिए 529 से अधिक ओओएटी क्लीनिक और 306 से अधिक पुनर्वास केंद्रों का मजबूत नेटवर्क बनाया गया है. नशामुक्ति के लिए मान सरकार ने तीन स्तर पर काम करने की रणनीति बनाई है. पंजाब में पहले स्तर पर खेल आयोजनों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि युवाओं की ताकत को रचनात्मक दिशा में लगाया जा सके. दूसरे स्तर पर पूरे पंजाब में रोजगार संस्कृति विकसित की जा रही है. युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. पंजाब के युवा राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में हिस्सेदार बन रहे हैं. तीसरे स्तर पर नशीले पदार्थों के धंधे में सक्रिय तस्करों, अपराधियों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है. साथ ही उनकी प्रॉपर्टी को जब्त किया जा रहा है.
नशामुक्ति के लिए सक्रिय सरकार
पंजाब में नशामुक्ति अभियान का प्रसार शहर और गांव दोनों स्तर पर किया जा रहा है. नशे के खिलाफ जन-जागरूकता के लिए समितियां बनाने की पहल की गई है. इसके साथ ही नशा पीड़ितों को मुख्य धारा में लाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र खोले जा रहे हैं और उनको हुनरमंद प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
टेली मानस हब
नशे में डूबे लोगों को बाहर निकालने और उन्हें मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित बेहतर परामर्श उपलब्ध कराने के लिए भी मान सरकार काम कर रही है. इसके लिए मानसिक स्वास्थ्य संस्थान (अमृतसर) में एक टेली मानस हब की स्थापना की पहल की गई है.
मान सरकार नशे के खिलाफ जा रहे कार्यों के सुचारु संचालन के लिए प्रतिबद्ध है. मौजूदा वित्त वर्ष में इसके लिए 70 करोड़ रुपये के बजट का आवंटन किया गया है. वह दिन अब दूर नहीं जब पूरा पंजाब नशामुक्त होगा और नशे का व्यापार करने वाला हर तस्कर जेल के अंदर.
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