Punjab News: पंजाब की भगवंत मान सरकार कीर्ति किसान यूनियन के निशाने पर दी है. कीर्ति किसान यूनियन (KKU) ने पंजाब सरकार को किसानों पर एफआईआर दर्ज होने को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है. कीर्ति किसान यूनियन का कहना है कि वो ऐसे किसी कदम का समर्थन नहीं करेंगे जो कि किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करे.
दरअसल, लोन रिकवरी के लिए कॉरपोरेट बैंकों ने पंजाब के किसानों के खिलाफ सख्त रवैया अपना लिया है. इसी को लेकर केकेयू के सचिव श्रवण सिंह ने कहा, ''राज्य सरकार ने सरकार के तमाम विभागों को किसानों से लोन की रिकवरी के लिए सख्त एक्शन अपनाने को कहा है. हम किसी भी किसान की गिरफ्तारी नहीं होने देंगे. हमारे रहते हुए किसी भी किसान की जमीन जब्त नहीं की जा सकती है.''
केकेयू ने भगवंत मान की सरकार से लोन माफी की मांग की है. केकेयू ने बयान जारी कर कहा, ''इस साल फसल बहुत कम हुई है. किसान अपनी कर्जे की किस्त नहीं भर पा रहे हैं. हम छोटे किसानों का कर्ज माफ करने की मांग करते हैं. अगर सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो हम सीएम भगवंत मान के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे.''
उगराहां के निशाने पर भी है पंजाब सरकार
बता दें कि इस मामले में केकेयू को पंजाब की सबसे बड़ी किसान यूनियन बीकेयू (एकता उगराहां) का साथ भी मिला है. बीकेयू एकता उगराहां ने भी पंजाब सरकार के किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के फैसले की आलोचना की है. बीकेयू एकता उगराहां का कहना है कि सरकार अपना कदम वापस नहीं लेती तो उनका संगठन भी आंदोलन शुरू करेगा.
पंजाब सरकार ने हालांकि इस मामले पर सफाई दी है. पंजाब सरकार का कहना है कि जिन किसानों पर एफआईआर दर्ज हुई है उसका आदेश पिछली कांग्रेस सरकार ने दिया था.
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