मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब समृद्धि की राह पर तेज रफ्तार से दौड़ रहा है. मान सरकार में रंगला पंजाब का सपना साकार हो रहा है.
पंजाब में युवाओं को रोजगार देने का सबसे बड़ा माध्यम उद्योग बनें, इस उद्देश्य के साथ लगातार काम हो रहा है. पंजाब में बड़े स्तर पर औद्योगीकरण की पहल की जा रही है.
पंजाब सरकार उद्योगों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी लैंड बैंक का विकास कर रही है. यहां पर उद्योगों की स्थापना के लिए जोर दिया जा रहा है. इससे ग्रामीण युवाओं को उनके डोर स्टेप पर ही रोजगार मिलेगा.
86,000 करोड़ से अधिक का निवेश
बेहतरीन कानून व्यवस्था, बेसिक उद्योग के लिए मिल रही बेसिक सुविधा और राज्य में मौजूद शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर की बदौलत राज्य में बड़े स्तर पर निवेश हो रहा है.
यह संभव हुआ है मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की शानदार नीतियों से.
पंजाब में बीते ढाई साल में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब ने तकरीबन 86,000 करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित किया है. देश की कई प्रमुख कंपनियों ने राज्य में निवेश की रुचि दिखाई है.
इस निवेश से आने वाले कुछ वर्ष में पंजाब की अर्थव्यवस्था और तेज होगी. इससे तीन लाख से अधिक रोजगार पैदा होंगे. पंजाब की प्रगति और लोगों की समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा.
निवेश अनुकूल नीति
राज्य में कानून व्यवस्था में शानदार परिवर्तन आया है. बड़ा और विकसित 'लैंड बैंक', निवेश अनुकूल नीति, औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति, पानी की उपलब्धता और शानदार सड़कों की कनेक्टिविटी ने पंजाब को उद्योगपतियों का पसंदीदा राज्य बना दिया है.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पंजाब में नई लॉजिस्टिक्स और लॉजिस्टिक्स पार्क नीति लागू की है. ग्रीन स्टांप पेपर और एकल विंडो सिस्टम से अब राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए निवेशकों को महज 15 दिन के भीतर सभी तरह की मंजूरियां मिल रही हैं.
इन सब सुविधाओं की उपलब्धता देश विदेश के निवेशकों को पंजाब की ओर आकर्षित कर रही है. पंजाब अब निवेश और रोजगार का हब बन रहा है. पंजाब आगे बढ़ रहा है. समृद्ध बन रहा है.
डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.