Punja Farishtey Scheme: सड़क दुर्घटनाओं में जीवन रक्षा कर रहे 'पंजाब के फरिश्ते'
Punjab News: पंजाब सरकार की फरिश्ते योजना से सड़क दुर्घटना पीड़ितों को तुरंत मदद मिल सकेगी. घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को कानूनी परेशानी नहीं होगी और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा.
Bhagwant Mann Government News: पंजाब के लोगों की सुरक्षा के लिए मान सरकार ने प्रभावी नीतियां लागू की हैं. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार फरिश्ते योजना संचालित कर रही है. पंजाब में सफर के दौरान हुई सड़क दुर्घटना में घायलों को समय से इलाज मिले, इसके लिए मान सरकार प्रतिबद्ध है.
फरिश्ते पंजाब
अक्सर सड़क दुर्घटनाओं के दौरान पुलिस की कार्रवाई और कानूनी पचड़े के डर से लोग घायलों की मदद करने से कतराते हैं. जबकि समय से इलाज मिलने पर घायलों की जान बच सकती है.
फरिश्ते योजना के तहत सरकार ने सड़क दुर्घटना के दौरान आम लोगों को आगे आकर दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने और उनकी जान बचाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
पंजाब में सड़क दुर्घटना में घायलों को समय से अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को कानूनी उलझनों और पुलिस पूछताछ से छूट दी गई है. साथ ही 2,000 रुपये नकद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र के साथ सम्मानित भी किया जा रहा है. इस योजना के सफल संचालन के लिए मान सरकार ने 20 करोड़ रुपये के आरंभिक बजट का आवंटन किया है.
अस्पतालों में मिल रहा इलाज
फरिश्ते योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति का इलाज कराने के लिए पूरे पंजाब में 384 से अधिक निजी और सरकारी अस्पतालों को पंजीकृत किया गया है। इन अस्पतालों में घायलों को तत्काल इलाज मुहैया करवाया जा रहा है.
इसके साथ ही पंजाब में 'सड़क सुरक्षा फोर्स' का गठन किया गया है. सड़क सुरक्षा फोर्स ने पंजाब में सड़क हादसों में घायल सैकड़ों लोगों की जान बचाई है. साथ ही उन्हें इलाज के लिए समय से अस्पताल पहुंचाया है.
फरिश्ते योजना में तकनीक का उपयोग
पंजाब में सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को इलाज के लिए आसानी से सूचीबद्ध अस्पतालों का पता चल सके, इसके लिए तकनीक का उपयोग किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर पंजाब पुलिस के ट्रैफिक और सड़क सुरक्षा विंग ने राज्य स्वास्थ्य एजेंसी और मैप माय इंडिया के सहयोग से मैपल्स मोबाइल ऐप का उपयोग कर रही है. इस ऐप में इलाज के लिए सूचीबद्ध अस्पतालों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है, ताकि आसानी से इन अस्पतालों तक पहुंचा जा सके.
सड़क दुर्घटनाओं में तत्काल मदद और मानव सुरक्षा के लिए बनाई गई नीतियों से पंजाब में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में 25 फीसदी की कमी आई है। साथ ही समय से अस्पताल पहुंचाकर सैकड़ों लोगों की जान बचाई गई है.
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