Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार सशस्त्र बल के जवानों को सेवा के दौरान ‘‘शारीरिक क्षति’’ के मामले में 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करेगी. सीएम मान ने यह भी कहा कि शारीरिक रूप से अक्षम पूर्व सैनिकों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि और प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के वे पूर्व सैनिक, जिन्हें पेंशन नहीं मिल रही है, उनकी वित्तीय सहायता भी दोगुनी कर दी जाएगी. 


पंजाब राज्य युद्ध नायक स्मारक एवं संग्रहालय में कारगिल विजय दिवस के मौके पर आयोजित एक समारोह में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की.


सैनिकों के शारीरिक क्षति होने पर मुआवजा देगी सरकार
सीएम मान ने कहा कि किसी युद्ध या झड़प में शहीद होने वाले सैनिकों को मुआवजा राशि दी जाती है. लेकिन अगर किसी सैनिक की हिमस्खलन, किसी दुर्घटना या फिर दिल का दौरा पड़ने, दिमाग की नस फट जाने के कारण अपने कर्तव्य के दौरान मृत्यु हो जाती है तो ऐसे मामलों में मुआवजा राशि नहीं दी जाती थी. उन्होंने कहा, ''उनकी सरकार अब शारीरिक क्षति के ऐसे मामलों में भी अनुग्रह राशि देने की शुरुआत करेगी. उन्होंने कहा कि यह पहल इसलिए शुरू की गई है क्योंकि इन परिस्थितियों में भी सैनिक अपने कर्तव्य के दौरान अपने जीवन का बलिदान देते हैं.


विकलांग सैनिकों को मिलेगी 40 लाख रुपए
सीएम मान ने घोषणा की है कि 76 से 100 प्रतिशत विकलांगता वाले सैनिकों को 40 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. पहले ये राशि 20 लाख रुपए थी. इसके अलावा 51 से 75 प्रतिशत विकलांगता वाले सैनिकों को 10 लाख रुपये के बजाय 20 लाख रुपए सहायता दी जाएगी. इसी तरफ से 25 से 50 प्रतिशत विकलांगता होने पर सैनिकों को अब 5 की बजाय 10 लाख रुपए अनुग्रह राशि दी जाएगी. इसके अलावा सीएम मान ने  प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के गैर पेंशनभोगी पूर्व सैनिकों या उनकी विधवाओं की मासिक वित्तीय सहायता की राशि को 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दिया है.


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