Chandigarh News: शिरोमणि अकाली दल (SAD) चीफ सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Bada) ने 2015 में उनके कार्य़काल के दौरान हुई बेअदबी की घटनाओं में शामिल दोषियों को न पकड़ पाने को लेकर माफी मांगी है. बादल ने अपनी पार्टी के 103वें स्थापना दिवस पर बेअदबी की घटना पर माफी मांगी है. वहीं, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कहा कि माफी गलतियों के लिए होती है न कि गुनाहों के लिए.
वहीं, बादल ने असंतुष्ट अकाली नेताओं से अपने मतभेद भुलाकर एक झंडे के नीचे आने की भी अपील की. बादल दरअसल अमृतसर में अकाल तख्त स्थित गुरुद्वारा शहीद बाबा गुरबख्श सिंह में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. बता दें कि बेअदबी की घटना फरीदकोट में हुई थी जिसको लेकर प्रदर्शन भी हुआ था. प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गोई थी, जबकि कुछ लोग घायल भी हुए थे.
हमपर जांच सीबीआई को देने का बनाया गया था दबाव- बादल
सुखबीर बादल ने कहा कि उनके पिता प्रकाश सिंह बादल को दुख था कि उन्हें बेअदबी मामलों के दोषियों को पकड़ने का मौका नहीं दिया गया. बादल ने दावा किया कि इस मुद्दे पर राजनीति की गई और कई ताकतों ने हाथ मिलाया. साथ ही मामले को सीबीआई को सौंपने का दबाव बनाया गया ताकि तत्कालीन अकाली सरकार दोषियों को पकड़ने के लिए जांच न कर सके.
बिना शर्त मांगता हूं माफी- बादल
सुखबीर बादल ने आगे कहा, ''अकाली दल का अध्यक्ष होने के नाते मैं अकाल तख्त के सामने सिर झुकाकर माफी मांगना चाहता हूं. मैं ईमानदारी से और बिना शर्त खालसा पंथ से माफी मांगता हूं कि अकाली शासन के दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी का जघन्य कृत्य हुआ था. मैं इस बात के लिए भी माफी मांगता हूं कि हम अपने कार्यकाल के बचे हुए समय में दोषियों को पकड़ नहीं पाए और न सजा दे पाए. मुझे बहुत दुख है कि हम कुछ तथाकथित पंथिक व्यक्तियों और संगठनों की साजिशों को समझ नहीं पाए और उन्हें हरा नहीं पाए. हमें जांच सीबीआई को सौंपने के लिए मजबूर किया गया. यह मेरे और मेरे पिता प्रकाश सिंह बादल जी के जीवन की सबसे दर्दनाक घटना है.''
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